scriptकांग्रेस की रणनीति, कम खर्च, अधिक प्रचार | karnataka Assembly elections 2018 | Patrika News

कांग्रेस की रणनीति, कम खर्च, अधिक प्रचार

locationबैंगलोरPublished: Apr 03, 2018 06:21:17 am

लगातार दूसरी बार सत्ता हासिल करने की कोशिश में जुटी कांग्रेस उम्मीदवारों के चयन से लेकर प्रचार तक हर मसले पर संभल कर कदम उठा रही है।

  karnataka Assembly elections 2018

बेंगलूरु. लगातार दूसरी बार सत्ता हासिल करने की कोशिश में जुटी कांग्रेस उम्मीदवारों के चयन से लेकर प्रचार तक हर मसले पर संभल कर कदम उठा रही है। उम्मीदवारों के चयन के लिए पार्टी जीत की संभावना को पहला पैमाना मान रही है तो नेताओं से कम खर्च में अधिक और प्रभावी प्रचार करने के लिए कह रही है। पार्टी ने नेताओं से कहा है कि प्रचार की रणनीति इस तरह से बनाई जाए कि कम खर्च मेंं ज्यादा से ज्यादा मतदाताओं तक पहुंचा जाए और उन्हें प्रभावी तरीके से पार्टी के कार्यक्रमों के बारे में बताया जाए।


पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि एक तो चुनाव आयोग हर उम्मीदवार और पार्टियों के व्यय पर पैनी नजर रख रहा है तो दूसरी तरफ ज्यादा खर्च करने के बावजूद अगर प्रचार लक्ष्य केंद्रित नहीं रहा तो अपेक्षित परिणाम नहीं मिलेगा। इसी रणनीति के तहत पार्टी राहुल गांधी के जन आशीर्वाद यात्रा को प्लेटफार्म की तरह इस्तेमाल कर रही है। पार्टी कम से कम खर्च में अलग-अलग चुनाव क्षेत्रों में अधिक से अधिक मतदाताओं तक पहुंचना चाह रही है। प्रदेश प्रभारी महासचिव के.सी. वेणुगोपाल ने कहा कि हमारी रणनीति है कि अधिकांश क्षेत्रों तक राहुल और पार्टी के दूसरे वरिष्ठ नेता पहुंचे। जन आशीर्वाद यात्रा में हम ७० फीसदी क्षेत्रों तक पहुंच चुके हैं।


प्रदेश कांग्रेस चुनाव प्रचार समिति के अध्यक्ष डी के शिवकुमार ने कहा कि उम्मीदवारों की घोषणा होने के बाद हम उनके साथ बैठक कर प्रचार की रणनीति तय करेंगे। हर क्षेत्र और उम्मीदवार के हिसाब से रणनीति तैयार की जाएगी ताकि कम समय और खर्च में ज्यादा प्रचार हो सके।

पूर्व विधायक पाटिल कांग्रेस में शामिल
कलबुर्गी जिले के अफजलपुर से भाजपा के पूर्व विधायक एमवाई पाटिल सोमवार को भाजपा छोड़ कर कांग्रेस में शामिल हो गए। पाटिल इसी सीट से कांग्रेस विधायक रह चुके मालिकय्या गुत्तेदार को भाजपा में शामिल करने से नाराज होकर कांग्रेस में चले गए।


प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में सोमवार को एक सादे समारोह में प्रदेश अध्यक्ष डॉ जी. परमेश्वर ने पार्टी का ध्वज देकर पाटिल को पार्टी में शामिल किया। पाटिल अफजलपुर सीट से भाजपा के टिकट के दावेदार थे लेकिन इस बार भाजपा के उनका टिकट काटकर गुत्तेदार को देने के संकेत दिए हैं। इससे नाराज पाटिल ने समर्थकों से बात करने के बाद भाजपा छोडक़र कांग्रेस में जाने का निर्णय किया।आगामी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पाटिल को अफजलपुर से टिकट दे सकती है। परमेश्वर ने कहा कि गुत्तेदार को पार्टी में बनाए रखने के प्रयास किए लेकिन उन्होंने पार्टी में रहते हुए पार्टी के नेताओं का विरोध किया। लिहाजा गुत्तेदार को पार्टी से बर्खास्त करना पड़ा।

उन्होंने कहा कि एमवाई पाटिल पहले भी कांग्रेस में रह चुके हैं। खरगे सहित जिले के तमाम नेताओं की सलाह लेकर पाटिल को पार्टी में शामिल किया गया है। कलबुर्गी के प्रभारी और चिकित्सा शिक्षा मंत्री डा. शरणप्रकाश पाटिल ने कहा कि गुत्तेदार ने पिछले पांच साल से पार्टी में रहकर सत्ता का सुख भोगा और चुनाव करीब आने पर अपने स्वार्थ के लिए हमारे नेताओं पर दोषारोपण किया। इसी वजह से उनको पार्टी से निकाला गया। उन्होंने कहा कि पाटिल हमारे क्षेत्र में लोकप्रिय और सबको साथ लेकर चलने वाले जननेता हैं। उनके पार्टी में आने से कुलबुर्गी जिले में कांग्रेस की ताकत और बढ़ेगी।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो