बताया जाता है कि जनार्दन रेड्डी पर न्यायालय ने बल्लारी जिले में प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया है। इसी कारण उन्होंने श्रीरामलिू को किसी और जिले से चुनाव लडऩे का सुझाव दिया था। श्रीरामुलू भी अन्य विधानसभा क्षेत्रों का दौरा कर पार्टी के उम्मीदवारों के समर्थन में चुनाव प्रचार कर अधिक सफलता दिलाएं। कहा जा रहा है कि रेड्डी इस तरह अपनी शक्ति का प्रदर्शन कर भाजपा में लौटना चाहते हैं। चित्रदुर्गुा से बल्लारी बहुत करीब है।
रेड्डी अन्य जिलों में भी चुनाव प्रचार करेंगे लेकिन उनकी वरीयता श्रीरामुलू को जिताना है। रेड्डी ने श्रीरामुलू को उप मुख्यमंत्री बनाने का विचार भी किया है। रेड्डी कोप्प्ल, तुमकूर, यादगिर, बीदर और कलबुर्गी में चुनाव प्रचार करना चाहतै है। वह केवल अपने करीबी समर्थकों या उम्मीदवारों को ही चुनाव प्रचार करंेेग। यहां भी भाजपा के साथ नही बल्कि अपने तरीके से चुनाव प्रचार करेंगे।
दूसरी तरफ जर्नाजन रेड्डी को बल्लारी जिले में प्रवेश पर प्रतिबंध होने के कारण बल्लारी जिले की सीमा आनगुन्डी गांव में भी एक मकान किराए पर लिया है। रेड्डी ने श्रीरामुलू को मैसूरु के एच.डी.कोटे से भी चुनाव लडऩे का उपदेश दिया है। वे इस विधानसभा क्षेत्र की जिम्मेदारी भी लेने के लिए तैयार है।
दूसरी तरफ अमित शाह ने बयान के बाद यही समझा जार हा था कि वह किसी अन्य राजनीति दलों में शाङ्क्षम होंगे। लेकिन रेड्डी ने अन्य दलों में शामिल होने से स्षट रूप से इनकार किया। रेड्डी ने नई दिल्ली में पूर्व मंत्री अनिल लाड से भी मुलाकात की थी। इस मुलाकात को प्रमुखता दी गई गई थी। लेकिन रेड्डी ने स्प्पष्ट किया है कि वे कांग्रेस में शामिल होने का सवाल ही पैदा नही होता। वे कांग्रेस को हराने के जरिए भाजपा को फिर सत्ता मेंं लाना चाहते है।