scriptआज साफ हो सकती है तस्वीर | karnataka BJP crisis : situation may clear on 25th july | Patrika News

आज साफ हो सकती है तस्वीर

locationबैंगलोरPublished: Jul 26, 2021 02:27:55 am

Submitted by:

Rajeev Mishra

– खत्म होगा अटकलों का दौर या और उलझेगी सत्ता की सियासत

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बेंगलूरु. सत्तारूढ़ भाजपा में नेतृत्व परिवर्तन को लेकर पिछले एक सप्ताह से चल रही राजनीतिक उठापटक पर रविवार को तस्वीर साफ हो सकती है। दो साल की खामोशी के बाद सत्ता की सियासत से पैदा हुई राजनीतिक अस्थिरता का दौर खत्म होगा, मुख्यमंत्री बीएस येडियूरप्पा के भविष्य को लेकर लगाई जा रही अटकलों पर विराम लगेगा या फिर राजनीति का नया खेल शुरू होगा, इस ओर भी संकेत मिलने की उम्मीद है। शहर के पैलेस मैदान में करीब साढ़े तीन सौ लिंगायत धर्मगुरुओं की सभा राज्य की राजनीति में क्या रंग लाएगी, इस पर सभी की निगाहें टिकी हैं।
मुख्यमंत्री येडियूरप्पा के दावे के मुताबिक रविवार को भाजपा का शीर्ष नेतृत्व उनकी भावी जिम्मेदारियों को तय करने वाला संदेश भेजेगा। हालांकि, सूत्रों का कहना है कि लिंगायत धर्म गुरुओं के संगम और राजनीतिक दखल से भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व खुश नहीं है। इससे पार्टी की छवि पर असर पड़ रहा है। इस संदर्भ में येडियूरप्पा के बेटे और प्रदेश भाजपा उपाध्यक्ष बीवाइ विजयेंद्र को दिल्ली भी तलब किया गया। पार्टी सूत्रों का कहना है कि येडियूरप्पा को इशारा किया जा चुका है मगर बहुत कुछ राजनीतिक हालात भर निर्भर करेगा। बताया जाता है कि प्रदेश की राजनीतिक स्थिति पर चर्चा के लिए 22 जुलाई को भाजपा संसदीय बोर्ड की बैठक होने वाली थी मगर उसे स्थगित कर दिया गया।
सत्तारूढ़ भाजपा में चल रहे राजनीतिक घटनाक्रम से जुड़े सूत्रों का कहना है कि येडियूरप्पा की विदाई होगी, इसमें नया कुछ नहीं है। इसका प्रमुख कारण उनकी बढ़ती उम्र है। मगर सवाल यह है कि ‘कबÓ और उनकी जगह ‘कौन।Ó ‘कबÓ का जवाब कमोबेश साफ है।Ó लेकिन, कौन? यह तय नहीं हो पा रहा है जिससे अफवाहों को हवा मिल रही है। साथ ही सत्ता का खेल भी उलझता जा रहा है। विश£ेषकों का कहना है कि जिस तरह की राजनीतिक पैंतरेबाजी हो रही है उससे यह संभावना भी बनती है कि बदलाव में अभी भी समय बाकी है। घटनाक्रम क्या मोड़ लेता है, सबकुछ इस पर निर्भर करेगा।
गोवा भी बना केंद्र बिंदु
राज्य में राजनीतिक चल रही सरगर्मियों का केंद्र अब गोवा बन गया है। पार्टी आलाकमान के निर्देश पर राष्ट्रीय संगठन मंत्री बीएल संतोष शनिवार को गोवा पहुंच गए। सरकार के मुख्य सचेतक सुनील कुमार को भी वॉस्को बुलाया गया है। इस बीच, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा तथा राष्ट्रीय महासचिव सीटी रवि भी पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत गोवा पहुंचे हैं।
पहले ही दिन से चुनौतियों का सामना किया: येडियूरप्पा
नेतृत्व परिवर्तन की अटकलों के बीच येडियूरप्पा ने कहा कि जब से मुख्यमंत्री पद संभाला है तब से चुनौतियों का सामना किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘पद संभालने के बाद पहले दिन से ही कई चुनौतियों का सामना किया। लेकिन, इस बात को लेकर संतुष्ट हूं कि इस दौरान लोगों की जिंदगी को बेहतर बनाने के लिए ईमानदार कोशिश की है।Ó
शिवमोग्गा में 1074 करोड़ रुपए के विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और 560 करोड़ रुपए की बुनियादी परियोजनाओं की वर्चुअली आधारशिला रखने के बाद येडियूरप्पा ने कहा कि ‘मैं संतुष्ट हूं कि पिछले 2 सालों में शिवमोग्गा के विकास के लिए अपनी पूरी ताकत लगाई। जिन परियोजनाओं का उद्घाटन किया जा रहा है वे इसका गवाह हैं कि मैंने हर क्षेत्र में विकास कार्य किए। जिले के लोगों के लिए मैंने ईमानदारी पूर्वक काम किया और मैं इससे संतुष्ट हूं। खासकर शिकारीपुर तालुक के लिए। जिस दिन से मैंने मुख्यमंत्री का पदभार संभाला उस दिन से लेकर अब तक मैंने कई चुनौतियों का सामना किया। जैसे प्राकृतिक आपदाएं। ऐसी स्थिति का सामना राज्य ने कभी नहीं किया। इसके अलावा कोरोना महामारी, जिसने जिंदगियां तबाह कर दीं। अब एक बार फिर बाढ़ जैसे हालात हैं।Ó
मुख्यमंत्री ने कहा कि वो संतुष्ट हैं कि इन तमाम चुनौतियों के बावजूद उन्होंने लोगों के जीवन स्तर को बेहतर करने और उनकी आर्थिक स्थिति को ठीक करने की दिशा में बेहतर प्रयास किए। उन्होंने इन चुनौतियों में उनका साथ देने के लिए लोगों के प्रति आभार प्रकट किया।
आलाकमान ने मुझसे कोई बात नहीं : जोशी
उधर, मुख्यमंत्री बनाए जाने की अटकलों को खारिज करते हुए केंद्रीय कोयला खनन एवं संसदीय कार्य मंत्री प्रहलाद जोशी ने कहा कि पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने उनसे येडियूरप्पा का स्थान लेने के बारे में कोई बात नहीं की है। केवल मीडिया ही इस बारे में बात कर रहा है। उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है कि केंद्रीय नेतृत्व ने येडियूरप्पा से इस्तीफा देने के लिए कहा है।
जोशी ने कहा ‘किसी ने मुझसे इस बारे में बात नहीं की है। चूंकि मुझसे इस बारे में किसी ने कोई बात नहीं की है, इसलिए इस पर प्रतिक्रिया व्यक्त करने की कोई जरुरत नहीं है।Ó
यह पूछे जाने पर कि यदि उन्हें कर्नाटक का मुख्यमंत्री बनाया जाता है तो उन्होंने कहा ‘मैं कभी भी अगर और लेकिन शब्दों वाले काल्पनिक सवालों का जवाब नहीं देता। मैं ऐसे सवालों का जवाब नहीं देना चाहता।Ó उन्होंने प्रभावशाली लिंगायत समुदाय के संतों के भाजपा को चेतावनी देने पर टिप्पणी करने से भी इनकार किया।
सीएम पद की दौड़ में शामिल नहीं: निराणी
बेंगलूरु. खान एवं भूविज्ञान मंत्री मुरुगेश निराणी ने कहा कि वह मुख्यमंत्री पद की दौड़ में शामिल नहीं हैं। अगले मुख्यमंत्री का फैसला आलाकमान करेगा। उन्होंने शनिवार को कलबुर्गी में कहा कि वे पार्टी के एक साधारण कार्यकर्ता हैं और पार्टी के आदेश का पालन करना उनका कर्तव्य है। भाजपा एक अनुशासित पार्टी है और दूसरी पार्टियों की तरह यहां पदों के लिए गोलबंदी नहीं चलेगी। बैठक के बाद निराणी ने कहा कि भाजपा के 120 विधायक हैं और हर एक को मुख्यमंत्री बनने की इच्छा रहती है। उन्होंने मुख्यमंत्री पद पर दावेदारी के लिए दिल्ली जाकर कोई प्रयास नहीं किया। मुख्यमंत्री को हटाने का कोई निर्देश नहीं है। वह अब भी हमारे नेता हैं और हम सभी उनके साथ हैं। भाजपा का शीर्ष नेतृत्व मुख्यमंत्री पद पर फैसला करेगा और सभी को इसका पालन करना होगा।
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