सूत्रों का कहना है कि विधान पार्षद एमबीटी नागराज, आर शंकर और सीपी योगेश्वर के अलावा भाजपा के पुराने विधायकों में से उमेश कत्ती, अरविंद लिबांवली, मुरुगेश निराणी और एस अंगारा को मंत्री बनाए जाने की संभावना है। सूत्रों का कहना है कि दूसरे दलों से आए विधायकों को वादे के मुताबिक पद दिया जाएगा। एच विश्वनाथ को अदालत के फैसले के कारण फिलहाल मंत्री बनाए जाने की संभावना कम है जबकि मस्की में उपचुनाव नहीं होने के कारण प्रताप गौड़ा पाटिल को अभी इंतजार करना पड़ेगा। सूत्रों के मुताबिक मुख्यमंत्री ने मंगलवार रात कत्ती, लिंबाबली, निराणी, शंकर और अंगारा को फोन किया। उधर, राजनीतिक हलकों में आबकारी मंत्री एच. नागेश, महिला एवं बाल विकास मंत्री शशिकला जोल्ले, पशुपालन मंत्री प्रभु चौहान को हटाने की भी चर्चा है।
17 महीने में तीसरा विस्तार
करीब 17 महीने पुरानी येडियूरप्पा मंत्रिमंडल का यह तीसरा विस्तार होगा। 17 विधायकों के दल-बदल के साथ एचडी कुमारस्वामी के नेतृत्व वाली जद-एस और कांग्रेस गठबंधन सरकार के पतन के बाद येडियूरप्पा ने अकेले शपथ ली थी। बाद में 16 मंत्रियों को शपथ दिलाई गई थी। करीब 11 महीने पहले हुए दूसरे विस्तार में विधानसभा उपचुनाव में जीते दल-बदल करने वाले 10 विधायकों को मंत्री बनाया गया था।
करीब 17 महीने पुरानी येडियूरप्पा मंत्रिमंडल का यह तीसरा विस्तार होगा। 17 विधायकों के दल-बदल के साथ एचडी कुमारस्वामी के नेतृत्व वाली जद-एस और कांग्रेस गठबंधन सरकार के पतन के बाद येडियूरप्पा ने अकेले शपथ ली थी। बाद में 16 मंत्रियों को शपथ दिलाई गई थी। करीब 11 महीने पहले हुए दूसरे विस्तार में विधानसभा उपचुनाव में जीते दल-बदल करने वाले 10 विधायकों को मंत्री बनाया गया था।