पार्टी सूत्रों का कहना है कि केपीसीसी भंग करने का निर्णय पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धरामय्या की बुधवार को नई दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ बैठक के बाद किया गया। केसीसीसी भंग होने के साथ ही इससे जुड़ी सारी समितियां, पार्टी के अग्रिम संगठनों की तमाम इकाइयां, जिला, ब्लॉक व अन्य इकाइयां भी भंंग कर दी गई हैं। जल्द ही तमाम इकाइयों को नए सिरे से गठित किया जाएगा।
केपीसीसी का होगा पुनर्गठन : गुंडूराव केपीसीसी के अध्यक्ष दिनेश गुंडूराव ने कहा कि केपीसीसी भंग होने के बाद अब प्रदेश में निचले स्तर से संगठन का पुनर्गठन किया जाएगा। ब्लॉक स्तर से लेकर जिला स्तर तक शीघ्र ही नए पदाधिकारियों को नियुक्त किया जाएगा। महासचिव के.सी. वेणुगोपाल व पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेताओं से परामर्श के बाद केपीसीसी का पुनर्गठन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने पार्टी के लिए निस्वार्थ काम किया है, उन्हें समुचित पद देकर पुरस्कृत किया जाएगा।
लोकसभा चुनाव में कर्नाटक में कांग्रेस की हार के बाद इसे संगठन को दोबारा खड़ा करने की कवायद के तौर पर देखा जा रहा है। लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को राज्य की 28 में से सिर्फ एक सीट पर जीत हासिल हुई थी।