प्रदेश कांग्रेस की ओर से इस आयोजित इस स्वतंत्रता मार्च को भी एक शक्ति प्रदर्शन के तौर पर देखा जा रहा है। मार्च शुरू होने से पहले डीके सुरेश ने संवाददाताओं से कहा ‘हम यह आयोजन आजादी के लिए महान स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान को याद करने के लिए कर रहे हैं।Ó शाम के समय एक संगीतमय कार्यक्रम भी आयोजित किया गया।
इस बीच, अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों को देखते हुए स्वतंत्रता मार्च को लेकर राजनीतिक अटकलबाजियां भी हो रही हैं। इस मार्च को शिवकुमार की ओर से ‘सिद्धरामोत्सव’ के जवाब के तौर पर देखा जा रहा है। ‘सिद्धरामोत्सव’ का आयोजन सिद्धरामय्या के 75 वें जन्मदिन पर 3 अगस्त को दावणगेरे में किया गया था। सिद्धरामय्या और डीके शिवकुमार कांग्रेस में मुख्यमंत्री पद के दो प्रमुख दावेदार हैं। दोनों नेताओं की दावेदारी से कांग्रेस में अंदरुनी घमासान भी चल रहा है।
जिन्ना और माउंटबेटन ने किया था देश का विभाजन: सिद्धू
Former Chief Minister Siddaramaiah ने कहा कि भारत के विभाजन के लिए Mohammad Ali Jinnah और Lord Mountbatten जिम्मेदार थे, न कि देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ।
यहां सोमवार को अपने आवास पर राष्ट्रीय ध्वज फहराने के बाद सिद्धरामय्या ने कहा कि Pandit Jawaharlal Nehru ने आधुनिक India के निर्माण का प्रयास किया। वे देश के विभाजन के लिए जिम्मेदार नहीं थे। जिन्ना ने Muslim League बनाई और एक अलग राष्ट्र की मांग की। माउंटबेटन ने उनकी मांग को मंजूरी दे दी। partition of India के लिए नेहरू को कैसे जिम्मेदार ठहराया जा सकता है।
नफरत की राजनीति कर रही भाजपा
उन्होंने कहा कि लोगों को गलत जानकारी नहीं देनी चाहिए। उन्हें इतिहास की सही जानकारी दें। इसके पीछे संघ का छिपा हुआ एजेंडा है। उन्होंने सवाल किया कि क्या संघ के नेताओं ने स्वतंत्रता आंदोलन में भाग लिया। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि भाजपा देश में नफरत की राजनीति कर रही है और यह खुलकर सामने आ गया है। नेहरू ने स्वतंत्रता आंदोलन में हिस्सा लिया और जेल गए। भाजपा नेता इतिहास नहीं जानते, वे केवल इतिहास को तोडऩा-मरोडऩा जानते हैं।
नेहरु के योगदान को किया याद
इस अवसर पर Congress नेताओं ने देश के विकास में पंडित नेहरू के योगदान को याद किया और आजादी के बाद पहली बार नेहरू के Red Fort पर तिरंगा फहराने की तस्वीरों को प्रदर्शित किया।