विधानसभा में ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के दौरान मालवल्ली के जद-एस विधायक के. अन्नदानी ने यह मामला उठाया था। उन्होंने विधायकों को बिना किसी परेशानी के टोल से गुजरने के लिए वीआइपी लेन की मांग की।
पाटिल ने जवाब देते हुए कहा कि राज्य के राजमार्गों में टू-लेन सड़के हैं। फोर-लेन नहीं। ऐसे में टू-लेन हाइवे पर दोनों तरफ अलग-अलग वीआइपी लेन का निर्माण मुश्किल है। एक एम्बुलेंस लेन भी है जिसे वीआइपी की आवाजाही के लिए अनुमति दी जाएगी। इसके लिए निर्देश जारी किए जाएंगे।
अन्नदानी ने कहा कि विधायक पास होने के बावजूद टोल प्लाजा पर दस मिनट जाया होता है। पास दिखाने के बावजूद टोल प्लाजा पर उसे स्कैन किया जाता है और पहचान पत्र मांगे जाते हैं। इससे अति आवश्यक कार्यों में भाग लेने के लिए जाते समय दौरान कीमत वक्त बर्बाद होता है। विधायकों को अनावश्यक उत्पीडऩ और अपमान का सामना करना पड़ता है। नाइस रोड का उदाहरण देते हुए अन्नदानी ने कहा ‘टोल प्लाजा पर हमारी स्थिति और दयनीय है। बंदूकधारी टोल कर्मियों को सूचित करता है कि कार में एक विधायक है। फिर भी हमसे पास लेकर स्कैन किया जाता है। अगर टोल प्लाजा पर कोई महिला है तो हम बहस भी नहीं कर सकते।’
अन्नदानी ने कहा कि विधायक पास होने के बावजूद टोल प्लाजा पर दस मिनट जाया होता है। पास दिखाने के बावजूद टोल प्लाजा पर उसे स्कैन किया जाता है और पहचान पत्र मांगे जाते हैं। इससे अति आवश्यक कार्यों में भाग लेने के लिए जाते समय दौरान कीमत वक्त बर्बाद होता है। विधायकों को अनावश्यक उत्पीडऩ और अपमान का सामना करना पड़ता है। नाइस रोड का उदाहरण देते हुए अन्नदानी ने कहा ‘टोल प्लाजा पर हमारी स्थिति और दयनीय है। बंदूकधारी टोल कर्मियों को सूचित करता है कि कार में एक विधायक है। फिर भी हमसे पास लेकर स्कैन किया जाता है। अगर टोल प्लाजा पर कोई महिला है तो हम बहस भी नहीं कर सकते।’
जद-एस के अरसीकेरे के विधायक केएम शिवलिंगे गौड़ा ने गुस्से में सरकार से विधायकों को दिया गया पास वापस लेने को कहा। उन्होंने कहा ‘जिस तरह हमारे साथ व्यवहार किया जाता है, उसे देखते हुए हम पैसे भी दे सकते हैं। अपना पास वापस ले लो। यह सम्मान का सवाल है।’
पाटिल ने कहा कि सिर्फ पास के दुरुपयोग को रोकने के लिए टोल प्लाजा कर्मियों द्वारा आइडी मांगी जाती है। इसके अलावा वाहनों की भारी आवाजाही के कारण निजी वाहनों को आरक्षित लेन पर जाने की अनुमति है। वीआइपी वाहनों को प्राथमिकता देने और यह सुनिश्चित करने के निर्देश जारी किए जाएंगे ताकि विधायकों को कोई परेशानी ना हो।
पाटिल ने कहा कि सिर्फ पास के दुरुपयोग को रोकने के लिए टोल प्लाजा कर्मियों द्वारा आइडी मांगी जाती है। इसके अलावा वाहनों की भारी आवाजाही के कारण निजी वाहनों को आरक्षित लेन पर जाने की अनुमति है। वीआइपी वाहनों को प्राथमिकता देने और यह सुनिश्चित करने के निर्देश जारी किए जाएंगे ताकि विधायकों को कोई परेशानी ना हो।
विधायकों के लगातार इस मुद्दे को उठाने पर अध्यक्ष विश्वेश्वर हेगड़े कागेरी ने कहा कि वह इस मुद्दे पर मंत्री के साथ अलग से बैठक करेंगे ताकि समस्या का समाधान किया जा सके। यह 224 विधायकों की समस्या है। लाखों लोग हैं जो इन सड़कों का उपयोग करते हैं और उनकी अपनी समस्याएं हैं। इसलिए इस पर अलग से चर्चा करेंगे।