उन्होंने बुधवार को कहा कि आइएलआइ के मामले हर वर्ष आम तौर पर मानसून में सामने आते हैं। इस बार भी ऐसे मरीजों की संख्या बढ़ी है। प्रशासन स्थिति पर पैनी नजर रखे हुए है और सरकारी व निजी अस्पतालों से इनपुट जुटा रहा है। केरल की सीमा से सटे जिलों में निपाह जैसे लक्षणों के लिए राज्य पहले से ही सतर्क है। इसे लेकर स्वास्थ्य महकमे को जरूरी दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं।
उन्होंने कहा कि आइएलआइ के लक्षण वाले लोगों की भी कोविड के लिए जांच की जा रही है। 99.5 फीसदी नमूनों में कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि नहीं हुई है। नए संक्रमण घटने से कोविड से राहत जरूर मिली है। लेकिन, लड़ाई जारी है। लोगों को चाहिए कि कोविड से जुड़ी पाबंदियों का सख्ती से पालन जारी रखें।