प्राथमिक व माध्यमिक शिक्षा मंत्री बीसी नागेश ने मंगलवार को परीक्षार्थियों से बिना किसी संकोच के शांत मन से परीक्षा में लिखने की अपील की।
हिजाब पर उन्होंने ने कहा कि हिजाब या अन्य कोई धार्मिक पोशाक पहनकर परीक्षा लिखने की अनुमति नहीं मिलेगी। परीक्षा ड्यूटी पर तैनात व्याख्याताओं और अन्य कर्मचारियों पर भी यह नियम लागू है। हिजाब (Hijab) विवाद पर परीक्षा छोडऩे वालों को दोबारा मौका नहीं मिलेगा।
परीक्षा के लिए 6,84,255 विद्यार्थियों ने पंजीकरण कराया है। इनमें 6,00,519 नियमित परीक्षार्थी हैं। परीक्षा 1,076 केंद्रों पर आयोजित होगी। कुल 3,46,936 लड़के और 3,37,319 लड़कियां परीक्षा देंगी। प्रायोगिक प्रयोगशाला परीक्षण 1,030 परीक्षा केंद्रों में आयोजित किए जाएंगे और 2,67,349 छात्र इसमें शामिल होंगे।
उल्लेखनीय है कि प्रदेश बोर्ड 10वीं (एसएसएलसी) की परीक्षा के दौरान भी हिजाब पहनकर ड्यूटी पर आने वाली सात शिक्षकों को ड्यूटी से हटा निलंबित कर दिया गया था। एक शिक्षिका ने हिजाब के लिए मना करने पर अपनी इस्तीफा दे दिया था। हालांकि, मंत्री ने कहा था कि सभी के पीछे हिजाब कारण नहीं है। जांच के आदेश दिए गए हैं। मंत्री ने कहा कि छात्र राज्य सड़क परिवहन निगम की बसों में अपने निकटतम बस स्टॉप से परीक्षा केंद्र तक नि:शुल्क यात्रा कर सकते हैं। हॉल टिकट दिखाना अनिवार्य है।
यह होंगे इंतजाम
- सभी परीक्षा केंद्रों के लिए सीसीटीवी की व्यवस्था
- परीक्षा केंद्र पर मोबाइल बैन
- विशेष सतर्कता दल - 2152
- तालुक सतर्कता ब्रिगेड -858
- जिला सतर्कता दल - 64
- परीक्षा केंद्रों के आसपास 200 मीटर क्षेत्र प्रतिबंधित घोषित