मंगलवार को मुख्यमंत्री बी एस येडियूरप्पा से मुलाकात के बाद विधान पार्षद होरट्टी ने कहा कि उन्हेंं लगता है कि किसी भी पार्टी के विधायक मध्यावधि चुनाव नहीं चाहते हैं। होरट्टी ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी और पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवगौड़ा पहले ही कह चुके हैं कि वे सरकार को नहीं गिरने देंगे।
इन नेताओं के बयान के आधार पर ही मैंने कहा था कि अगर भाजपा के पास संख्या कम होती है तो इस बात की पूरी संभावना है कि जद-एस बाकी साढ़े तीन साल के लिए भाजपा सरकार को समर्थन दे दे।
होरट्टी ने कहा कि वे आज भी इस बयान पर कायम हैं। होरट्टी ने कहा कि तीनों दलों-भाजपा, कांंग्रेस और जद-एस में से किसी भी पार्टी का कोई विधायक सरकार नहीं गिराने के लिए तैयार नहीं है क्योंकि कोई भी विधायक मध्यावधि नहीं चाहता है।
होरट्टी ने कहा कि विधायकों की सोच है कि किसी भी पार्टी की सरकार हो मगर बाकी साढ़े तीन साल हमारा विधायक का पद सुरक्षित हो। होरट्टी ने कहा कि वे क्षेत्र के लंबित विकास कार्यों को लेकर येडियूरप्पा से मिलने आए थे। होरट्टी ने कहा कि वे पहले के मुख्यमंत्रियों से भी मिलते रहे हैं और अब काम के सिलसिले में येडियूरप्पा से भी मिले हैं।
येडियूरप्पा पूरे राज्य के मुख्यमंत्री हैं, सिर्फ भाजपा के नहीं। मुख्यमंत्री से मुलाकात के राजनीतिक मायने नहीं निकाले जाने चाहिए। होरट्टी ने कहा कि पिछली गठबंधन सरकार में उनलोगों की नाराजगी पर ध्यान नहीं दिया गया। पार्टी नेतृत्व ने इस बात को माना है और इसे सुधारने का वादा भी किया है।
पिछली बातों की भूलने के निर्णय के साथ ही पार्टी में असंतोष के मामले का भी पटाक्षेप हो गया है। होरट्टी ने कहा कि पार्टी नेताओं का मनमुटाव दूर करने के लिए हाल में कुमारस्वामी के साथ बैठक में कई समस्याओं का समाधान हुआ है।
जैसे कोई अभिभावक अपने रोते हुए बच्चे को मनाता है, वैसे भी हमें भी मनाया गया है। अब पार्टी के विप सदस्यों में कोई मनमुटाव नहीं है। होरट्टी ने व्यंगात्मक लहजे में कहा कि कोई बच्चा रोता है, तब उसके अभिभावक बच्चे को लॉलीपॉप देकर चुप कराते हैं, उसी तरह पार्टी नेताओं ने विधान परिषद सदस्यों के गिले, शिकवे दूर करने का प्रयास करते समय कई वादे किए हैं।