कई अभ्यर्थियों ने परीक्षा को गत वर्ष की तुलना में कठिन बताया। आर्मी पब्लिक स्कूल (Army Public School) स्थित केंद्र से परीक्षा देकर निकली एक छात्रा ने बताया कि प्रश्न पत्र में रसायन विज्ञान के सभी अध्याय शामिल थे। सैद्धांतिक प्रश्नों की अपेक्षा न्यूमेरिकल से संबंधित प्रश्न अधिक थे। भौतिकी में, संख्यात्मक प्रश्न बहुत लंबे थे।
विषय विशेषज्ञों के अनुसार भी पिछले साल की तुलना में पेपर कठिन था। कई विद्यार्थियों के अनुसार कई प्रश्नों को हल करने के लिए एक मिनट से अधिक की आवश्यकता पड़ी। विद्यार्थियों ने जूलॉजी (प्राणी विज्ञान) के पेपर को भी पिछले साल की तुलना में कठिन बताया। विषय विशेषज्ञों के अनुसार जिस किसी के पास अवधारणाएं स्पष्ट हैं, उसके लिए पेपर हल करना आसान होगा।