90 साल में नहीं हुई इतनी बारिश, स्थिति चुनौतीपूर्ण
मुख्यमंत्री बोम्मई ने चुनौतीपूर्ण बताया और इसके लिए पूर्ववर्ती Congress सरकार को पूरी तरह जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि Karnataka और विशेष तौर पर बेंगलूरु में जितनी rain हुई है, उतनी पिछले 90 वर्षों में नहीं हुई। लेकिन, सरकार इस चुनौती से निपटने के लिए 24 घंटे काम कर रही है।
आरटी नगर स्थित अपने आवास पर मंगलवार को संवाददाताओं से बात करते हुए उन्होंने कहा कि सभी जलाशय पूरी तरह भर गए हैं। कुछ ओवरफ्लो हो रहे हैं तो कुछ टूट गए हैं। लेकिन, इसे ऐसे पेश किया जा रहा है जैसे पूरा बेंगलूरु जलमग्न हो गया है। वास्तव में केवल दो क्षेत्रों में ही बारिश का व्यापक असर हुआ है। महादेवपुर क्षेत्र सबसे अधिक प्रभावित हुआ है क्योंकि उस क्षेत्र में 69 झीलें हैं और सभी ओवरफ्लो हो चुकी हैं। निचले इलाकों में बनी इमारतों में अतिक्रमण हुआ है। सरकार ने उसे काफी गंभीरता से लिया है। अधिकांश अतिक्रमण हटा दिए गए हैं और कार्रवाई अभी चल रही है। इस स्थिति के लिए पूरी तरह कांग्रेस जिम्मेदार ठहराते हुए बोम्मई ने कहा कि पिछली सरकार ने बेहद लापरवाही से जलाशयों, जलाशयों के बांध और बफर जोन में मकान तथा अपार्टमेंट बनाने की अनुमति दे दी। आज जो हालात पैदा हुए हैं उसके लिए कांग्रेस ही जिम्मेदार है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जलाशयों के रखरखाव के लिए स्लुइस गेट (पानी निकालने का फाटक) लगाए जाएंगे। अधिकारियों को प्रभावित क्षेत्रों में कैंप करने और संकटग्रस्त नागरिकों के फोन आने पर तत्काल राहत पहुंचाने को कहा गया है। पानी निकालने का काम चल रहा है। एक-दो जगहों की दिक्कतों को छोड़कर ज्यादातर जगहों पर पानी निकाल लिया गया है। लगातार हो रही बारिश से काम में बाधा आ रही है।
बोम्मई ने कहा कि उन्होंने जलमग्न टीके हल्ली वाटर पंप हाउस का दौरा किया। वहां से बेंगलूरु में पेयजल की आपूर्ति होती है। वहां भीमेश्वर नदी का पानी पंप हाउस में भर गया और दो पंप हाउस क्षतिग्रस्त हो गए हैं। एक पंप हाउस से पानी निकाल दिया गया है। रात से ही 230 एमएलडी पानी की आपूर्ति शुरू हो जाएगी। लेकिन, 550 एमएलडी वाले पंप हाउस से पानी निकालने में कम से कम दो दिन लगेंगे। प्रभावित क्षेत्रों में पानी की आपूर्ति के लिए बीडब्ल्यूएसएसबी के 8 हजार बोरवेल और बीबीएमपी सीमा में 4 हजार बोरवेल शुरू किए गए हैं। टैंकरों से पानी की आपूर्ति के लिए इंतजाम किए जा रहे हैं। सरकार दो दिन तक नागरिकों का सहयोग चाहती है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र से आई एक टीम राज्य का दौरा कर रही है। पूरे राज्य में बारिश और बाढ़ से हुए नुकसान और विशेष रूप से बेंगलूरु पर चर्चा की जाएगी। टीम को फसलों, घरों और बुनियादी ढांचे को हुए नुकसान की पूरी जानकारी दी जाएगी और केंद्र सरकार से उचित मुआवजे की मांग की जाएगी।
100 सेमी बारिश का नया रिकॉर्ड
आंकड़ों के मुताबिक बेंगलूरु में पूरे मानसून के दौरान औसतन 600 मिमी बारिश होती है। मगर इस साल 1 जून से मानसून के आने के बाद से अभी तक 100 सेमी से अधिक बारिश दर्ज की जा चुकी है। मंगलवार रात 8.30 बजे तक इस साल मानसून के दौरान शहर में अभी तक 1030 मिमी बारिश दर्ज की गई है जो नया रिकॉर्ड है।