स्वास्थ्य व परिवार कल्याण विभाग ने जिलावार सूची जारी की है जिसमें उन लोगों के विवरण हैं जिन्हें कोरोना संक्रमण की संभावना के कारण एहतियाती तौर पर घर पर अलग रहने के लिए कहा गया है। इनमें से अधिकांश वे लोग हैं जो कोरोना प्रभावित देशों से हाल के दिनों में स्वदेश लौटे हैं। विभाग की वेबसाइट पर सभी ३० जिलों की जानकारी एक्सेल शीट में दी गई है जिसे लोग डाउनलोड कर सकते हैं। इसमें होम क्वारंटाइन में रखे गए लोगों के नाम नहीं हैं लेकिन उनका पूरा पता दिया गया है। इसमें मकान संख्या, गली का नाम, किस हवाई अड्डे से सफर शुरु किया और कहां उतरे, यात्रा की तिथि, होम क्वारंटाइन में रहने की अवधि सहित अन्य कुछ जानकारियां दी गई है। इस सूची में बेंगलूरु शहर व ग्रामीण जिले के 14,910 लोग भी शामिल हैं।
विभाग के होम क्वारंटाइन लोगों की सूची सार्वजनिक करने को लेकर भी विवाद की स्थिति बन गई है। विभाग के ट्विटर हैंडल पर वेबसाइट का लिंक शेयर किए जाने के बाद कई लोगों ने होम क्वारंटाइन व्यक्तियोंं की निजी जानकारी सार्वजनिक को लेकर आपत्ति जताई। विभाग के अधिकारियों का कहना है कि जानकारी लोगों की मदद के लिए सार्वजनिक की गई है ताकि वे पता कर सकें कि उनके आसपास ऐसे कौन से लोग हैं। हालांकि, होम क्वारंटाइन लोगों के घर के बाहर इसकी सूचना लगाई है और सूची सार्वजनिक करना इसकी का हिस्सा है।
43 हजार लोगों के घर जा रही टीम
बेंगलूरु में 8 से 19 मार्च के बीच विदेश से लौटे करीब 43 हजार लोगों के घर प्रशासन की टीम जा रही है। ये टीम इन लोगों के घर जाकर देखेगी कि होम क्वारंटाइन के दौरान तय दिशा-निर्देशों का अनुपालन हो रहा है या नहीं। साथ ही इन लोगों के हाथ पर होम क्वारंटाइन का मुहर भी लगाएगी जिसमें होम क्वारंटाइन में किस तारीख तक रहना है इसका भी उल्लेख होगा। सरकार ने पिछले सप्ताह विदेश से आने वाले लोगों के हवाई अड्डे पर उतरने के बाद मुहर लगाने का काम शुरु किया था। लेकिन, उससे पहले लोग जिनके १४ दिन के अनिवार्य होम क्वारंटाइन अवधि पूरा नहीं हुई है उनके घर भी टीम जाकर मुहर लगाएगी। अगर कोई होम क्वारंटाइन व्यक्ति बाहर घूमता मिलेगा तो उसके खिलाफ मामला दर्ज करने के साथ ही उसे सरकारी क्वारंटाइन केंद्र में रखा जाएगा। बेंगलूरु में मंगलवार को पुलिस ने ऐसे तीन लोगों को सरकारी क्वारंटाइन केंद्र भेजा जो होम क्वारंटाइन में होने के बावजूद बाहर घूम रहे थे। अन्य जिलों में स्थानीय निकाय इस तरह का अभियान चला रहे हैं।
बेंगलूरु में 8 से 19 मार्च के बीच विदेश से लौटे करीब 43 हजार लोगों के घर प्रशासन की टीम जा रही है। ये टीम इन लोगों के घर जाकर देखेगी कि होम क्वारंटाइन के दौरान तय दिशा-निर्देशों का अनुपालन हो रहा है या नहीं। साथ ही इन लोगों के हाथ पर होम क्वारंटाइन का मुहर भी लगाएगी जिसमें होम क्वारंटाइन में किस तारीख तक रहना है इसका भी उल्लेख होगा। सरकार ने पिछले सप्ताह विदेश से आने वाले लोगों के हवाई अड्डे पर उतरने के बाद मुहर लगाने का काम शुरु किया था। लेकिन, उससे पहले लोग जिनके १४ दिन के अनिवार्य होम क्वारंटाइन अवधि पूरा नहीं हुई है उनके घर भी टीम जाकर मुहर लगाएगी। अगर कोई होम क्वारंटाइन व्यक्ति बाहर घूमता मिलेगा तो उसके खिलाफ मामला दर्ज करने के साथ ही उसे सरकारी क्वारंटाइन केंद्र में रखा जाएगा। बेंगलूरु में मंगलवार को पुलिस ने ऐसे तीन लोगों को सरकारी क्वारंटाइन केंद्र भेजा जो होम क्वारंटाइन में होने के बावजूद बाहर घूम रहे थे। अन्य जिलों में स्थानीय निकाय इस तरह का अभियान चला रहे हैं।