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दिन भर की मशक्कत के बाद 23 मार्च की पीयूसी परीक्षा स्थगित

locationबैंगलोरPublished: Mar 22, 2020 09:41:10 pm

Submitted by:

Surendra Rajpurohit

राज्य में विशेषकर मलनाडु क्षेत्र के जिलों में विद्यार्थियों को स्कूल कालेजों में पहुंचने के लिए सरकारी बसों का इस्तेमाल करना पड़ता है और 9 जिलों में परिवहन सेवाएं ठप कर देने के कारण परीक्षा देने के लिए परीक्षा केन्द्रों पर पहुंचना उनके लिए कठिन था। इससे पहले दोपहर में मुक्यमंत्री के साथ हुई उच्च स्तरीय बठक के बाद गृहमंत्री बसवराज बोम्मई ने कहा था कि परीक्षा पहले से तय कार्यक्रम के अनुसार होगी।

दिन भर की मशक्कत के बाद 23 मार्च की पीयूसी परीक्षा स्थगित

दिन भर की मशक्कत के बाद 23 मार्च की पीयूसी परीक्षा स्थगित

बेंगलूरु

राज्य के प्राथमिक व माध्यमिक शिक्षा मंत्री एस. सुरेश कुमार ने कहा कि राज्य सरकार ने कोरोना वायरस के खतरे के देखते हुए दिन भर की मशक्कत के बाद अंतत: 23 मार्च को होने वाली द्वितीय पीयूसी परीक्षा को स्थगित करने का फैसला किया है।
सुरेश कुमार ने रविवार की शाम संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि बस सेवाओं को निरस्त कर देने के कारण विद्यार्थियों को परीक्षा केन्द्रों पर पहुंचने में पेश आने वाली दिक्कतों को ध्यान में रखकर परीक्षा को स्थगित करने का निर्णय किया गया है। गौरतलब है कि राज्य सरकार ने कोरोना संक्रमण के केस वाले प्रदेश के 9 जिलों में 31 मार्च तक के लिए तालाबंदी की घोषणा की है और इस दौरान तमाम सार्वजनिक परिवहन सेवाओं को भी निरस्त कर दिया गया है।
राज्य में विशेषकर मलनाडु क्षेत्र के जिलों में विद्यार्थियों को स्कूल कालेजों में पहुंचने के लिए सरकारी बसों का इस्तेमाल करना पड़ता है और 9 जिलों में परिवहन सेवाएं ठप कर देने के कारण परीक्षा देने के लिए परीक्षा केन्द्रों पर पहुंचना उनके लिए कठिन था। इससे पहले दोपहर में मुक्यमंत्री के साथ हुई उच्च स्तरीय बठक के बाद गृहमंत्री बसवराज बोम्मई ने कहा था कि परीक्षा पहले से तय कार्यक्रम के अनुसार होगी।
हालांकि वे यह स्पष्ट करने में नाकाम रहे कि सरकार ने विशेष रूप से ग्रामीण इलाकों में रहने वाले बच्चों को परीक्षा केन्द्रों तक पहुंचाने के लिए क्या व्यवस्था की है। बस सेवाओं को निरस्त कर देने के लिए ग्रामीण इलाकों में रहने वाले विद्यार्थियों को अपने गावों से परीक्षा केन्द्रों तक पहुंचने के लिए चलकर जाना पड़ता। सोमवार को अंग्रेजी विषय की परीक्षा होने वाली थी जिसमें करीब 6 लाख विद्यार्थियों को बैठना था। इस विष्य के नई परीक्षा तारीख की सरकार बाद में घोषणा करेगी।
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