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कर्नाटक : नवंबर तक पूरी वयस्क आबादी के टीकाकरण का लक्ष्य

locationबैंगलोरPublished: Sep 07, 2021 10:40:02 am

Submitted by:

Nikhil Kumar

– 23 जिले टीकाकरण में पीछे : सुधाकर

कर्नाटक : नवंबर तक पूरी वयस्क आबादी के टीकाकरण का लक्ष्य

कर्नाटक : नवंबर तक पूरी वयस्क आबादी के टीकाकरण का लक्ष्य

बेंगलूरु. स्वास्थ्य व चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ. के. सुधाकर ने कहा कि नवंबर तक राज्य के सभी वयस्क आबादी के टीकाकरण का लक्ष्य है। टीकाकरण में 23 जिले पीछे हैं। जिला प्रशासन को इस माह के अंत तक सभी पात्र लोगों को पहली खुराक देने के निर्देश दिए गए हैं।

इन 23 जिलों के अधिकारियों, व जिला पंचायतों के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों के साथ विडियो कॉन्फ्रेंसिंग के बाद मंत्री ने कहा कि नंवबर तक सभी को दूसरी डोज लगाने का लक्ष्य है। परीक्षण में प्रगति, उपलब्धि, ऑक्सीजन संयंत्रों की स्थापना और अन्य सिविल कार्यों पर भी चर्चा की गई।

गणेश उत्सव पर मंत्री ने कहा कि पिछले साल कोविड के मामले ज्यादा होने के बावजूद सरकार ने उत्सव मनाने की अनुमति दी थी। इस वर्ष पॉजिटिविटी दर 0.7 फीसदी है। विशेष रूप से सार्वजनिक उत्सव में एहतियाती उपाय सुनिश्चित करने के लिए दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। दो फीसदी से ज्यादा पॉजिटिविटी दर वाले जिलों के लिए अलग दिशा-निर्देश जारी करेंगे।

केरल में निपाह से 12 वर्ष के बच्चे की मौत
मंत्री ने कहा कि केरल में निपाह वायरस के 12 वर्षीय लड़के की मौत हो गई है। सरकार सुनिश्चित करेगी कि राज्य में यह नहीं फैले। तीसरी लहर को रोकने के लिए भी सतर्क रहने की जरूरत है।

ऐतिहासिक जीत
डॉ. सुधाकर ने कहा कि बेलगावी नगर निगम चुनाव में बीजेपी ने अभूतपूर्व और ऐतिहासिक जीत हासिल की है। वे बेलागवी के लोगों को धन्यवाद देते हैं उन्होंने अपने दम पर मेयर बनाने का मौका दिया। मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई के मुख्यमंत्री के रूप में जिम्मेदारी संभालने के बाद यह पहला चुनाव है और परिणाम लोगों के बीच उनके नेतृत्व की स्वीकृति को दर्शाते हैं। हुबली-धारवाड़ और दोड्डबल्लापुर निकाय चुनावों में भी लोगों ने पार्टी को आशीर्वाद दिया है। यह केंद्र और राज्य दोनों सरकारों के विकास मंत्र की पुष्टि है।

विपक्षी दल राजनीतिक रूप से दिवालिया
मंत्री ने आरोन लगाया कि विपक्षी दल राजनीतिक रूप से दिवालिया हो गए हैं। लोगों के बीच जाने के लिए उनके पास मुद्दे नहीं बचे हैं। बीजेपी जब भी जीतती है तो इसे सत्ता का दुरुपयोग कहते हैं। यह अनुचित है और उन्हें लोकतंत्र की भावना से लोगों के फैसले को स्वीकार करना चाहिए। लोगों ने कांग्रेस से सारी उम्मीदें खो दी हैं और आज के नतीजों ने इसे फिर से साबित कर दिया है।

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