2,851 सड़कों का अनुरक्षण
पालिका ने Contractors को प्रमुख और कुछ मुख्य सड़कों (आर्टिरियल और सब आर्टिरियल) की जिम्मेदारी दी है। कुल 568.43 किलोमीटर की 2,851 सड़कों की जिम्मेदारी दी गई है। सड़कों के गड्ढे भी भरने होंगे।
7.60 करोड़ रुपए खर्च होंगे
ठेकेदारों को एक गड्ढा भरने हर एक वर्ग मीटर के लिए 598 रुपए की कीमत तय की गई है। पालिका ने 7.6 करोड़ रुपए आरक्षित रखेहैं। ठेकेदारों को कुछ नियमों का पालन करने की शर्त पर ही ठेका दिया है। एक गड्ढे के लिए 500 रुपए और एक से अधिक गड्ढे दिखाई देने पर हर दिन 10 हजार रुपए तक जुर्माना भरना होगा। एक गड्ढे का 500, दो गड्ढों का 1 हजार, तीन गड्ढों का 2 हजार, चार गड्ढों का 4 हजार, 5 गड्ढों का 8 हजार, पांच से अधिक गड्ढों का 10 हजार रुपए जुर्माना लगेगा।
सड़कों की मरम्मत के लिए 200 करोड़ रुपए जारी
बेंगलूरु. राज्य के विभिन्न जिलों में हुई भारी बारिश के कारण क्षतिग्रस्त सड़कें तथा पुल की मरम्मत के लिए लोक निर्माण विभाग के लिए पहले चरण में 200 करोड़ रुपए का अनुदान जारी किया गया है। लोक निर्माण मंत्री सीसी पाटिल ने यह बात कही।
यहां मंगलवार को उन्होंने कहा कि हाल में उन्होंने कोडग़ु, दक्षिण कन्नड़, उडुपी, हासन, चिकमगलूरु के जिलाधिकारियों के साथ वर्चुअल संवाद किया। इस दौरान जिला प्रशासन की ओर से प्राप्त जानकारी के आधार पर यह अनुदान जारी किया गया है। दूसरे चरण में 550 करोड़ रुपए का अनुदान जारी किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि इन पांच जिलों में लोक निर्माण विभाग की 141 किलोमीटर राज्य महामार्ग, 924 किलोमीटर जिला मुख्य मार्ग 327 छोटे तथा बड़े पुल क्षतिग्रस्त हुए है।
उन्होंने कहा कि हासन जिले के शिराडी घाट में भूस्खलन के कारण एहतियात के तौर पर यातायात रोका गया है। मरम्मत होने के पश्चात यातायात बहाल किया जाएगा। अगले सप्ताह के अंत तक यहां मरम्मत का कार्य पूरा किया जाएगा। आगुंबे घाट में भी भूस्खलन के कारण क्षतिग्रस्त सड़क का मरम्मत कार्य तेजी से चल रहा है।
उन्होंने कहा कि इन जिलों की व्याप्ति में स्थित राष्ट्रीय राजमार्गों की मरम्मत के लिए उन्होंने राष्ट्रीय राजमार्ग विकास प्राधिकरण के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक कर क्षतिग्रस्त राजमार्गों की मरम्मत युद्धस्तर पर करने की मांग रखी है।