गौरतलब है कि पहले यह परीक्षा 21 जून से 5 जुलाई के बीच होना था। लेकिन, राज्य में कोरोना के बढ़ते मामलों के कारण इसे स्थगित कर दिया गया था। सरकार पहले ही राज्य बोर्ड 12वीं (द्वितीय पीयू) की परीक्षा स्थगित करने की घोषणा कर चुकी है। दसवीं की परीक्षा भी रद्द करने की मांग हो रही थी। लेकिन, शिक्षा मंत्री एस सुरेश कुमार ने परीक्षा आयोजित करने के फैसले की घोषणा करते हुए कहा था कि दसवीं के विद्यार्थियों को अगली कक्षा में प्रोन्नत करने के लिए पिछले साल की बोर्ड परीक्षा को कोई परिणाम उपलब्ध नहीं है। विद्यार्थियों के मूल्यांकन के लिए परीक्षा का आयोजन आवश्यक है।
शिक्षा विभाग के अधिकारियों के मुताबिक परीक्षा का आयोजन कोरोना सुरक्षा मानकों के मुताबिक होगा। सामाजिक दूरी का पालन करने के लिए इस बार छह हजार परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। हर कमरे में सिर्फ 12 परीक्षार्थियों को ही बैठाया जाएगा ताकि दो गज की दूरी के नियम का पालन किया जाएगा। परीक्षा केंद्र में प्रवेश से पहले हर परीक्षार्थी की थर्मल स्क्रीनिंग की जाएगी। साथ ही परीक्षार्थियों को मास्क भी उपलब्ध कराया जाएगा।
ग्रामीण क्षेत्र के विद्यार्थियों को इस बार परीक्षा देने के लिए तहसील मुख्यालय जाने की जरुरत नहीं होगी। देहाती इलाकों में भी स्थानीय स्तर पर ही परीक्षा केंद्र बनाए जाएंगे। परीक्षार्थियों को हर से खाना और पानी लाने की अनुमति होगी। इस बार परीक्षा सिर्फ वस्तुनिष्ठ प्रश्नों के आधार पर होगी।