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कर्नाटक प्रगति व विकास का शक्ति केन्द्र बनेेगा : सीएम

locationबैंगलोरPublished: Jan 23, 2020 09:30:56 pm

Submitted by:

Surendra Rajpurohit

कर्नाटक को गर्व है कि वह इन्फोसिस, बायोकान,विप्रो तथा डायनामेटिक्स जैसी बहु राष्ट्रीय कंपनियों का गृह राज्य है। केन्द्र सरकार राज्य के साथ निकट संपर्क बनाकर काम कर रही है व्यवसाय करने में आने वाली बाधाओं का चयन करने में मदद कर रही है और व्यावसायिक वातावारण को सुधारने का काम कर रही है।

कर्नाटक प्रगति व विकास का शक्ति केन्द्र बनेेगा : सीएम

कर्नाटक प्रगति व विकास का शक्ति केन्द्र बनेेगा : सीएम

बेंगलूरु
मुख्यमंत्री बी.एस. येडियूरप्पा ने इसी साल नवम्बर माह में शहर के पैलेस मैेदान में आयोजित वैश्विक निवेशक सम्मेलन(जीआईएम) में सहभागिता के लिए निवेशकों व उद्योगपतियों को आमंत्रित करते हुए कहा कि कर्नाटक अगले तीन सालों में प्रगति व विकास का शक्ति केन्द्र बनेगा।


मुख्यमंत्री बुधवार की रात दावोस में विश्व आर्थिक मंच की बैठकों के दौरान जीआईएम के कर्टेन रेजर कार्यक्रम में बोल रहे थे जिसमें विश्व की अनेक दिग्गज औद्योगिक हस्तियों व उनके प्रतिनिधियों ने भाग लिया। बैठक का उद्घाटन करते हुए येडियूरप्पा ने कहा कि कर्नाटक का जबरदस्त बढ़त दर का इतिहास रहा है और उसकी सात प्रतिशत बढ़त दर देश की बढ़त दर से अधिक है। इसके साथ ही राज्य की सबसे कम बेरोजगारी दर रही है।

 

कर्नाटक को गर्व है कि वह इन्फोसिस, बायोकान,विप्रो तथा डायनामेटिक्स जैसी बहु राष्ट्रीय कंपनियों का गृह राज्य है। केन्द्र सरकार राज्य के साथ निकट संपर्क बनाकर काम कर रही है व्यवसाय करने में आने वाली बाधाओं का चयन करने में मदद कर रही है और व्यावसायिक वातावारण को सुधारने का काम कर रही है।


येडियूरप्पा ने कहा कि हमारे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 21 वीं सदी के नए भारत के निर्माण में औद्योगिक विकास का हिस्सा बनने के लिए लगातार प्रेरित कर रहे हैं। कर्नाटक में उद्योगों की प्रगति के लिए अनुकूल माहौल है। हम नई औद्योगिक नीति जारी करने जा रहे हैं जिसमें उत्पादकता, प्रादेशिक विकास तथा अनुसंधान व विकास में निवेश पर विशेष बल दिया जाएगा।


राज्य के उद्योग मंत्री जगदीश शेट्टर ने व्यापार दिग्गजों को संबोधित करते हुए कहा कि जीआईएम से पहले हमने फरवरी माह में हुब्बली में निवेशक सम्मेलन आयोजित करने का निश्चय किया है जिसमें हम इस बड़े आयोजन के लिए अपने आपकों को तैयार करेंगे। राज्य में लैंड बैंक सृजित किए गए हैं और प्रदेश के टियर 2 व टियर 3 शहरों को जोडऩे के लिए कनेक्टिविटी में सुधार किया गया है। हम कर्नाटक को उच्च बढ़त के मार्ग पर ले जाने लिए निरंतर प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि उद्योगों की उत्पादन क्षमता को बढ़ाने के लिए राज्य ने उत्पाद आधारित क्लस्टर विकास कार्यक्रम शुरू किए हैं जिससे क्षेत्रों व जिलों की औद्योगिक क्षमताओं का पता लगाया जा सकेगा।


केन्द्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने अपने भाषण में निवेशकों से कर्नाटक में निवेश करने की अपील की और कहा कि इससे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 5 खरब की अर्थव्यवस्था बनाने के लक्ष्य को हासिल करने में योगदान मिलेगा। उन्होंने कहा कि आप अपने व्यापार को पूरे भारत व विशेष रुप से कर्नाटक में विस्तार दें जहां पर बहुत ही अनुकूल औद्योगिक माहौल है।


सीआईआई के अध्यक्ष व टोयोटा किर्लोस्कर के प्रबंध निदेशक विक्रम किर्लोस्कर ने भी इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम में महिन्द्रा समूह के आनंद महिन्द्रा, भारत फोर्ज के बाबा कल्याणी तथा मुख्य सचिव टी.एम. विजय भास्कर ने भी भाग लिया।


बैठक से पहले कर्नाटक के प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने उद्योगपतियों व निवेशकों को राज्य की कुल औद्योगिक स्थिति, कर्नाटक की अर्थव्यवस्था और निवेशों की अतिरिक्त जिम्मेदारी लेने की राज्य की तैयारियों के बारे में जानकारी दी। सम्मेलन में कर्नाटक ही एक मात्र ऐसा राज्य था जिसने निवेशकों के साथ आमने सामने की बातचीत करने के बजाय बेंगलूरु जीआईएम के कर्टेन रेजर का आयोजन किया। मुख्य सचिव विजय भास्कर ने कहा कि कर्टेन रेजर के आयोजन से निवेशकों को सम्मेलन में भाग लेने की योजना बनाने का समय मिल जाएगा।

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