बेंगलूरु अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा लि. (बीआइएएल) की ओर से कहा गया कि इस अवधि के दौरान न सिर्फ यात्रियों की संख्या बढ़ी बल्कि एयर ट्रैफिक मूवमेंट (एटीएस) भी १.९७ लाख पहुंच गया जो पिछले वर्ष की तुलना में १०.८ प्रतिशत ज्यादा है। इसी प्रकार कार्गो आवागमन में भी ९.१ प्रतिशत की बढोत्तरी हुई और यह ३.४८ लाख मिट्रिक टन पहुंच गया। मौजूदा समय में बेंगलूरु से कुल ४४ विमानन कंपनियां अपनी उड़ान सेवा देती है और कुल ६७ गंतव्यों के लिए उड़ान सुविधा है जिसमें ४६ घरेलू और २१ अंतरराष्ट्रीय गंतव्य हैं।
बीआइएएल के सीइओ और एमडी हरि मरार ने कहा कि यात्री यातायात, हवाई यातायात और कार्गो में बेंगलूरु से निरंतर मजबूत वृद्धि देखी जा रही है और इसी के परिणाम स्वरूप रिकॉर्ड स्थापित हो रहे हैं। यह वास्तव में बेंगलूरु की उस स्थिति को प्रतिबिंब करता है कि भारत में सबसे तेजी से बढ़ते शहरों बेंगलूरु अग्रणी है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2018 -19 में केआइए पर प्रौद्योगिकी और बुनियादी ढांचे में कई संवद्र्धन किए जाएंगे जो यह सुनिश्चित करेगा कि केआइए उत्कृष्ट यात्री अनुभव प्रदान कर रहा है और भारत के शीर्ष हवाई अड्डों में से एक है।
वर्ष २०१७-१८ के दौरान मार्च का महीना सबसे ज्यादा व्यस्ततम महीना रहा और एक महीने की अवधि के दौरान कुल २५.४९ लाख यात्रियों ने केआइए से सफर किया जबकि ३१,९९६ मिट्रिक टन कार्गो का आवागमन हुआ। पिछले वर्ष के दौरान केआइए से चार नई घरेलू रूटों बड़ौदरा, जम्मू, सिलचर और उदयपुर एवं दो अंतरराष्ट्रीय गंतव्यों एम्सटर्डम एवं बहरीन के लिए विमान सेवाएं शुरू हुईं।
अगले साल तैयार हो जाएगा दूसरा रनवे केआइए पर लगातार बढ़ती हवाई यात्रियों की संख्या को देखते हुए भविष्य की जरूरतों को पूरा करने के लिए निर्मित किए जा रहे दूसरे रनवे का निर्माण कार्य अगले वर्ष न सिर्फ पूरा हो जाएगा बल्कि विमान का परिचालन भी शुरू हो सकता है। वहीं दूसरे टर्मिनल का निर्माण वर्ष-२०२१ तक पूरा होगा। दूसरे रनवे के निर्माण का काम और दूसरे टर्मिनल के डिजाइन को पिछले वर्ष-२०१७ में स्वीकृति मिली थी। दो चरणों में बनने वाले दूसरे टर्मिनल के पहले फेज के टर्मिनल की क्षमता २५ मिलियन यात्रियों की होगी जबकि दूसरे फेज में २० मिलियन यात्री क्षमता वाले टर्मिनल का निर्माण पूरा होगा। इस प्रकार मौजूदा टर्मिनल के अतिरिक्त शेष टर्मिनल दो के दोनों फेजों के निर्माण के बाद केआइए की कुल यात्री क्षमता ६५ मिलियन (६.५ करोड़) हो जाएगी।