किदवई के निदेशक डॉ. सी. रामचंद्र ने बताया कि अस्पताल खुलने से समय रहते कैंसर मरीजों की पहचान हो सकेगी। मैसूरु सहित चामराजनगर, हासन, कोडुगू और मंड्या सहित अन्य जिलों के लोग लाभान्वित होंगे। केआरएस रोड स्थित ट्रॉमा केयर केंद्र में 250 करोड़ रुपए की लागत से अस्पताल का निर्माण होगा। गत एक दशक में मैसूरु व आसपास के जिलों मेें कैंसर मरीजों की संख्या भी बढ़ी है।
मैसूरु जिला निगरानी अधिकारी डॉ. शिवप्रसाद ने बताया कि तंबाकू जनित कैंसर के मामले बढ़े हैं। स्तन कैंसर दूसरी बड़ी समस्या बनकर उभरी है। कैंसर विशेषों के अनुसार स्तन कैंसर की जांच मैमोग्राफी से अभी भी महिलाएं झिझकती हैं।
किदवई के आंकड़ों के अनुसार प्रदेश में प्रतिवर्ष स्तन कैंसर के करीब 10 हजार मामले सामने आते हैं। प्रदेश में किसी भी समय स्तन कैंसर के 25-30 हजार मरीज उपचाराधीन होते हैं। स्तन कैंसर के मामले में चेन्नई के बाद बेंगलूरु शहर पहले स्थान पर है। शहर में प्रतिवर्ष स्तन कैंसर के करीब 1700 मामले सामने आते हैं जबकि करीब 4500 पुराने मरीज उपचाराधीन होते हैं।
मैसूरु व आसपास के जिलों में भी स्तन कैंसर के मामलों में बढ़ोतरी हुई है। इसकी रोकथाम के लिए बड़े पैमाने पर स्तन कैंसर जांच अभियान शुरू करने की जरूरत है। फिलाहाल कुछ जिला अस्पतालों में ही मैमोग्राफी की सुविधा है।