हुब्बल्ली-धारवाड़ महानगर निगम की ओर से प्रतिदिन साढ़े पांच लाख लीटर, किम्स परिसर स्थित आठ बोरवेलों से पांच लाख लीटर पानी का इस्तेमाल किया जा रहा है। इसके अलावा छह लाख लीटर पानी संग्रह हुआ है। इसमें भी अस्पताल तथा कॉलेज को पानी इस्तेमाल किया जा रहा है। उद्यानों को एसटीपी (जल शुध्दीकरण इकाई) पानी की व्यवस्था की गई है। इसके बाद भी किम्स को और अधिक पानी की कमी सता रही है।
फिलहाल दस लाख लीटर पानी संग्रहागार की निर्माण किया गया है। इसके लिए पाइपलाइन जोडऩे का कार्य बकाया है। लगभग आठ माह से यह कार्य कछुआ चाल में चल रहा है। आरोप लगाया जा रहा है कि पिछले निदेशक का कार्य प्रणाली इसका कारण है। अभी तक पानी संग्रहागार का कार्य पूरा हुआ होता तो गर्मियों में पानी की समस्या पेश नहीं आती थी।
वैकल्पिक व्यवस्था की जा रही है
पानी की समस्या ना हो इसके लिए वैकल्पिक व्यवस्था की जा रही है। जरूरत पडऩे पर महानगर निगम की ओर से अतिरिक्त पानी प्राप्त किया जाएगा। बेकार में अधिक पानी का इस्तेमाल ना हो इसे नियंत्रित किया जाएगा। जल संग्रहागार का कार्य शीघ्र पूरा होकर पानी की समस्या का पूरी तरह समाधान किया जाएगा।
डॉ. रामलिंगप्पा अंटरतानी, प्रभारी निदेशक, किम्स हुब्बल्ली