शिवकुमार ने सीबीआइ की कार्रवाई को राजनीति से प्रेरित बताते हुए कहा कि ‘राज्य में प्रतिशोध की राजनीति बढ़ गई है। मुझे उस दिन सीबीआइ ने समन दिया जिस दिन मेरी बेटी की सगाई थी। नोटिस केवल मुझे दिया गया। राज्य और केंद्र की सरकार केवल मेरे खिलाफ बदले की राजनीति क्यों कर रही है।
जांच एजेंसी ने सदाशिवनगर स्थित उनके घर की भी तलाशी ली थी। सीबीआइ की ओर से जारी बयान में कहा गया था कि पूर्व मंत्री के खिलाफ अपने और अपने परिवार के नाम पर लगभग 74.93 करोड़ की आय से अधिक संपत्ति रखने के आरोप में केस दर्ज किया गया था। बिजली खरीदी में धांधलियों की न्यायिक जांच की मांग
बेंगलूरु. आम आदमी पार्टी ने राज्य में बिजली खरीदी की आड़ में 3 हजार 400 करोड़ रुपए का भ्रष्टाचार होने का आरोप लगाते हुए इस मामले की न्यायिक जांच कराने की मांग रखी है।पार्टी के राज्य संचालक पृथ्वी रेड्डी ने कहा कि अदानी की कंपनी से ऊंचे दरों पर बिजली खरीदकर भ्रष्टाचार किया गया है।
बिजली की दरों में की गई वृद्धि के खिलाफ जनाक्रोश के बावजूद सरकार अभी तक मौन है।राज्य में पिछले 10 वर्ष से खरीदी गई बिजली की न्यायिक जांच होनी चाहिए। राज्य में पर्याप्त मात्रा में बिजली उपलब्ध होने के बावजूद निजी कंपनियों को लाभ पहुंचाने के लिए बिजली खरीद कर जनता का पैसा लूटा जा रहा है।