केएसआरटीसी ने एक साल में १६ संयंत्र स्थापित किए हैं। इन संयंत्रों के स्थापित होने के बाद बसों की धुलाई में उपयोग होने वाले तेलीय जल का पुनर्चक्रण कर दोबारा उपयोग किया जा रहा है। वर्षा जल भी संग्रहित कर सामान्य उपयोग के योग्य बनया जा रहा है।
केएसआरटीसी के प्रबंध निदेशक एस.आर. उमाशंकर ने कहा कि वर्तमान में निगम ने बेंगलूरु सेंट्रल, रामनगर, तुमकृूरु, कोलार, चिकबल्लापुर, मैसूरु शहर एवं ग्रामीण, मंड्या, चामराजनगर, हासन, चिकमगलूरु, मेंगलूरु, पुत्तुर, दावणगेरे, होलेनरसीपुर, मरकेरा और टिप्टूर डिविजन के तहत आने वाले विभिन्न डिपो में ५४ संयंत्र स्थापित किए हैं। कई डिविजन में जमीन की कमी और दूसरे तकनीकी कारणों से अभी तक कोई संयंत्र स्थापित नहीं किया गया है। लेकिन अगले दो साल में निगम के सभी ८३ डिपो में जल शोधन संयंत्रों को स्थापित करने की योजना है। कुछ महीने में निगम इस दिशा में काम करना शुरू कर देगा।
प्रतिदिन ४ लाख लीटर संरक्षित हो रहा जल
संयंत्र नहीं होने से बस धुलने के बाद प्रतिदिन लाखों लीटर पानी खर्च हो रहा था, लेकिन अब ४ लाख लीटर पानी बचाया जा रहा है। निगम में १७ डिविजन और ८३ डिपो हैं। एक डिपो से प्रतिदिन कम से कम १०० बसों का परिचालन होता है। एक बस को धुलने में २२० लीटर पानी की जरूरत होती है। इस प्रकार रोज प्रतिदिन २२ हजार लीटर पानी खर्च हो रहा है। बस धुलाई सहित अन्य कार्य में निगम प्रतिदिन १७.५० लाख लीटर पानी का उपयोग कर रहा है।
विधायक ने किया महापुरुषों की प्रतिमा पर माल्यार्पण
केजीएफ . केजीएफ विधानसभा क्षेत्र की नवनिर्वाचित विधायक रूपकला ने गुरुवार को डॉ. आंबेडकर, कामराज तिरवल्लुर, इंदिरा गांधी, सुभाषचन्द्र बोस, विश्वेश्वय्या की प्रतिमाओं पर को माल्यार्पण किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि क्षेत्र के लोगों की सभी समस्याओं का समाधान करना उनकी पहली प्राथमिकता है, जिसे पूरा किया जाएगा। मौके पर प्रेमचंद मुणोत, अप्पी रेड्डी, जयंती श्रीनिवास जगदीश, जरमन आदि उपस्थित रहे।