scriptकुमारस्वामी ने कहा, बस किराया बढ़ाना जनता के जख्मों पर नमक | Kumaraswamy said, increasing bus fare, salt on public's wounds | Patrika News

कुमारस्वामी ने कहा, बस किराया बढ़ाना जनता के जख्मों पर नमक

locationबैंगलोरPublished: Feb 26, 2020 08:26:18 pm

कर्नाटक राज्य सडक़ परिवहन निगम (KSRTC) की ओर से बस किराए में 12 फीसदी वृद्धि के कारण कई समस्याओं से जूझ रहा आम आदमी और परेशान होगा। इस वृद्धि को टालने के लिए कई विकल्प मौजूद हैं लेकिन सरकार उस पर ध्यान नहीं कर रही है। पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी (HD Kumarswamy) ने यह बात कही।

कुमारस्वामी ने कहा, बस किराया बढ़ाना जनता के जख्मों पर नमक

कुमारस्वामी ने कहा, बस किराया बढ़ाना जनता के जख्मों पर नमक

बेंगलूरु. कर्नाटक राज्य सडक़ परिवहन निगम (केएसआरटीसी) की ओर से बस किराए में 12 फीसदी वृद्धि के कारण कई समस्याओं से जूझ रहा आम आदमी और परेशान होगा। इस वृद्धि को टालने के लिए कई विकल्प मौजूद हैं लेकिन सरकार उस पर ध्यान नहीं कर रही है। पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने यह बात कही।
यहां बुधवार को उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने यह फैसला लेकर आम जनता की जख्म पर नमक रगड़ा है। किराया वृद्धि का फैसला कुछ समय के लिए टाला जा सकता था। उन्होंने कहा कि किराया वृद्धि के लिए परिवहन निगम के घाटे में होने का तर्क जद-एस को मंजूर नहीं है। निगमों में फिजूलखर्ची पर रोक लगाकर तथा भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाकर घाटा कम करने के प्रयास किए जाने थे। लेकिन राज्य सरकार ने इस विकल्प को टटोलने का भी प्रयास नहीं किया और निगम को बचाने के बहाने आम जनता पर बोझ बढ़ाया है।
उन्होंने कहा कि जब वे मुख्यमंत्री थे तब भी उनके पास राज्य के सभी परिवहन निगमों का किराया वृद्धि का प्रस्ताव पेश किया गया था। लेकिन, उन्होंने आम जनता के हितों को वरीयता देते हुए किराया वृद्धि प्रस्ताव को ठुकरा दिया था। वहीं, अब भाजपा सरकार ने बजट पेश करने से पहले ही राज्य की जनता को किराया वृद्घि का तोफहा देकर अपने मंसूबे स्पष्ट किए हैं।
स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान कर रही भाजपा
भाजपा विधायक बसवराज पाटिल यत्नाल के स्वतंत्रता सेनानी एचएस दौरेस्वामी को लेकर दिए आपत्तिजनक बयान पर कुमारस्वामी ने कहा कि भाजपा नेता लगातार स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान कर रहे हैं। 105 वर्षीय स्वतंत्रता सेनानी पर बयान देने का बसवराज पाटिल को नैतिक अधिकार नहीं है। उन्होंने कहा कि सस्ती लोकप्रियता हासिल कर सुुर्खियों में रहने के के लिए बसवराज पाटिल यत्नाल को ऐसे बयान देने की आदत पड़ी है। राज्य के वरिष्ठ स्वतंत्रता सेनानी के खिलाफ टिप्पणी करने से बसवराज पाटिल की ओछी मानसिकता उजागर हो गई है।
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