कुमारस्वामी ने कहा कि बेंगलूरु में लॉकडाउन का स्वागत है लेकिन कलबुर्गी, बीदर, मंड्या, बेलगावी, दक्षिण कन्नड़, धारवाड़, यादगीर, हासन सहित अनेक जिलों में भी बड़ी संख्या में रोगी मिल रहे हैं लिहाजा कोरोना की चैन तोडऩे के लिए चंद जिलों के बजाय पूरे राज्य में लॉकडाउन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि नाममात्र के लॉकडाउन से काम नहीं चलेगा बल्कि इसे कड़ाई से लागू किया जाए लेकिन इसकी वजह से लोगों में भय उत्पन्न नहीं हो।
लाकडाउन से 24 घंटे पहले वितरण प्रणाली के जरिए आवश्यक सामान व इम्युनिटी बढ़ाने वाले स्वास्थ्य किट की घर-घर आपूर्ति की जाए। कुमारस्वामी ने कहा कि राज्य सरकार को दूसरी तमाम गतिविधियों को रोककर कोविड-19 पर रोक लगाने के लिए अपना ध्यान केन्द्रित करना चाहिए और लोगों की जीवन बचाना व उनके स्वास्थ्य की रक्षा करना सरकार की पहली वरीयता होनी चाहिए।
चिकित्सा उपकरण खरीद घोटाले को लेकर विपक्ष के नेता सिद्धरामय्या के हिसाब दो अभियान पर उन्होंने कहा कि यह वक्त आरोप-प्रत्यारोप लगाने का नहीं है। हमारी पहली वरीयता बढ़ते संक्रमण को रोकने में सहयोग देने की होनी चाहिए।