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विधायक दल का अध्यक्ष तथा नेता प्रतिपक्ष पद के लिए घमासान

locationबैंगलोरPublished: Dec 11, 2019 08:10:06 pm

Submitted by:

Sanjay Kulkarni

हाल में कांग्रेस विधायक दल के अध्यक्ष पद से त्यागपत्र देनेवाले पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धरामय्या को मनाने के प्रयास जारी है। हालांकी कांग्रेस का एक गुट सिद्धरामय्या तथा कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस समिति के अध्यक्ष दिनेश गुंडुराव का त्यागपत्र स्वीकृत करने के लिए पार्टी आलाकमान पर दवाब ला रहा है। सिद्धरामय्या तथा दिनेश गुंडुराव के त्यागपत्र के बाद केपीसीसीआई का अध्यक्ष पद तथा विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष पद के लिए कांग्रेस नेता लामबंद हो रहें है।

विधायक दल का अध्यक्ष तथा नेता प्रतिपक्ष पद के लिए घमासान

विधायक दल का अध्यक्ष तथा नेता प्रतिपक्ष पद के लिए घमासान

बेंगलूरु.हाल में कांग्रेस विधायक दल के अध्यक्ष पद से त्यागपत्र देनेवाले पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धरामय्या को मनाने के प्रयास जारी है। हालांकी कांग्रेस का एक गुट सिद्धरामय्या तथा कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस समिति के अध्यक्ष दिनेश गुंडुराव का त्यागपत्र स्वीकृत करने के लिए पार्टी आलाकमान पर दवाब ला रहा है। सिद्धरामय्या तथा दिनेश गुंडुराव के त्यागपत्र के बाद केपीसीसीआई का अध्यक्ष पद तथा विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष पद के लिए कांग्रेस नेता लामबंद हो रहें है।
इस बीच कांग्रेस के कई नेताओं ने सिद्धरामय्या के साथ मुलाकात कर त्यागपत्र वापस लेने की अपील की है। ऐसे नेताओं में पूर्व मंत्री डीके शिवकुमार, जयमाला, एमबी पाटिल,चलुवरायस्वामी, शिवराज तंगडगी, विनय कुलकर्णी, विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष एसआर पाटिल,विधान परिषद सदस्य आईवन डिसूजा शामिल है।
काबिलेगौर है कि मूल कांग्रेस के नेता पार्टी में सिद्धरामय्या को मिल रही वरियता तथा उनकी अनदेखी के कारण परेशान है।कांग्रेस विधायक दल के अध्यक्ष तथा विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष पद के लिए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एचके पाटिल तथा डॉ जी परमेश्वर ने लॉबिंग शुरु की है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री केएच मुनियप्पा ने भी कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस का नेतृत्व करने की मंशा जताई है।हाल में संपन्न उपचुनाव के दौरान अकेले सिद्धरामय्या ने ही सभी क्षेत्रों में चुनाव प्रचार कर कांग्रेस की जीत के लिए हरसंभव प्रयास किया था लेकिन इस दौरान मूल कांग्रेस नेताओं की निष्क्रियता को कांग्रेस की करारी हार का प्रमुख कारण माना जा रहा है। इस चुनाव के दौरान प्रत्याशियों के चयन में सिद्धरामय्या की ही तूती बजी थी। इस कारण से मूल कांग्रेस के नेता सिद्धरामय्या से नाराज है। ऐसे में सिद्धरामय्या के त्यागपत्र की घोषणा के बाद कांग्रेस के मूल नेता चाहते है कि पार्टी के अध्यक्ष तथा विधायक दल के अध्यक्ष पद पर किसी मूल कांग्रेसी नेता को प्रस्थापित किया जाए।

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