इन निकायों के लिए मंगलवार को चुनाव हुए थे। मुख्यमंत्री बीएस येडियूरप्पा के गृह जिले शिवमोग्गा के दो निकायों में विपक्षी कांग्रेस ने जीत दर्ज की। तीर्थहल्ली नगर पंचायत में २३ साल बाद भाजपा का वर्चस्व खत्म हो गया। राज्य के कई प्रमुख मंत्रियों के जिले में भी विपक्षी दलों ने जीत हासिल की।
शुक्रवार को मतगणना के बाद राज्य चुनाव आयोग ने परिणाम की घोषणा की। कुल २६३ सीटों के लिए हुए चुनाव में कांग्रेस ने १२०, भाजपा ने ५७, जद-एस ने ६६ सीटें जीतीं जबकि १३ सीटें निर्दलियों ने जीती। बाकी ७ सीटों में ५ एआइएमआइएम और एक-एक सीट एसडीपीआइ और आम आदमी पार्टी को मिली। आम आदमी पार्टी को राज्य में पहली बार किसी चुनाव में जीत मिली है।
आयोग की घोषणा के मुताबिक कांग्रेस को बीदर, रामनगर, भद्रावती, तीर्थहल्ली, बेलूर और गुडीबंडे में जीत मिली जबकि बीदर शहरी निकाय में स्पष्ट बहुमत नहीं मिलने के बावजूद कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर उभरी। भाजपा को मडिकेरी और जनता दल-एस को चन्नपट्टण और देवनहल्ली में जीत मिली।
भाजपा के गढ़ में कांग्रेस का परचम
मुख्यमंत्री येडियूरप्पा के गृह जिले शिवमोग्गा के दोनों शहरी निकायों-भद्रावती और तीर्थहल्ली में विपक्षी कांग्रेस ने जीत दर्ज की। कांग्रेस भद्रावती नगर सभा में सत्ता कायम रखने में सफल रही और भाजपा के मजबूत गढ़ रहे तीर्थहल्ली नगर पंचायत में भी जीत दर्ज की, यहां पिछले दो दशकों से अधिक समय से सत्ता भाजपा के पास थी।
शुक्रवार को मतगणना के बाद राज्य चुनाव आयोग ने परिणाम की घोषणा की। कुल २६३ सीटों के लिए हुए चुनाव में कांग्रेस ने १२०, भाजपा ने ५७, जद-एस ने ६६ सीटें जीतीं जबकि १३ सीटें निर्दलियों ने जीती। बाकी ७ सीटों में ५ एआइएमआइएम और एक-एक सीट एसडीपीआइ और आम आदमी पार्टी को मिली। आम आदमी पार्टी को राज्य में पहली बार किसी चुनाव में जीत मिली है।
आयोग की घोषणा के मुताबिक कांग्रेस को बीदर, रामनगर, भद्रावती, तीर्थहल्ली, बेलूर और गुडीबंडे में जीत मिली जबकि बीदर शहरी निकाय में स्पष्ट बहुमत नहीं मिलने के बावजूद कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर उभरी। भाजपा को मडिकेरी और जनता दल-एस को चन्नपट्टण और देवनहल्ली में जीत मिली।
भाजपा के गढ़ में कांग्रेस का परचम
मुख्यमंत्री येडियूरप्पा के गृह जिले शिवमोग्गा के दोनों शहरी निकायों-भद्रावती और तीर्थहल्ली में विपक्षी कांग्रेस ने जीत दर्ज की। कांग्रेस भद्रावती नगर सभा में सत्ता कायम रखने में सफल रही और भाजपा के मजबूत गढ़ रहे तीर्थहल्ली नगर पंचायत में भी जीत दर्ज की, यहां पिछले दो दशकों से अधिक समय से सत्ता भाजपा के पास थी।
भद्रावती के ३४ वार्डों में से कांग्रेस ने १८, जद-एस ने ११, भाजपा ने ४ में जीत दर्ज की जबकि एक वार्ड में निर्दलीय उम्मीदवार जीता। तीर्थहल्ली नगर पंचायत का परिणाम भाजपा के लिए झटका रहा। निकाय के १५ वार्डों में से कांग्रेस ने छह पर जीत हासिल की जबकि भाजपा को सिर्फ छह सीटें मिलीं। भाजपा २३ साल बाद तीर्थहल्ली नगर पंचायत में सत्ता से बाहर हुई है।