शराब के आउटलेट केवल सुबह 6 से 10 बजे के बीच ही खुल रहे हैं इसके बावजूद शराब की बिक्री में कोई खास कमी नहीं आई है।
बताया जाता है कि वर्तमान में शराब की औसत बिक्री 1.6 लाख बॉक्स (भारतीय निर्मित शराब और बीयर सहित) प्रतिदिन है। सामान्य दिनों में यह 1.7 लाख बॉक्स थी।
बताया जाता है कि वर्तमान में शराब की औसत बिक्री 1.6 लाख बॉक्स (भारतीय निर्मित शराब और बीयर सहित) प्रतिदिन है। सामान्य दिनों में यह 1.7 लाख बॉक्स थी।
55-58 करोड़ रुपए दैनिक राजस्व आबकारी विभाग के सूत्रों के अनुसार जहां सामान्य दिनों में दैनिक राजस्व 65 करोड़ रुपए था, वहीं यह अब घटकर 55-58 करोड़ रुपए हो गया है। इसका एक मुख्य कारण यह है कि लॉकडाउन के कारण रेस्टोरेंट, बार या पब में शराब नहीं परोसी जा रही है। इसके बावजूद राज्य में शराब की बिक्री पर ज्यादा असर नहीं पड़ा है क्योंकि टेकअवे बढ़ गया है।
आबकारी मंत्री गोपालैया ने कहा कि पिछले साल 53 दिनों के लिए सभी शराब की दुकानें बंद करनी पड़ी थीं। लेकिन जब हमने मई 2020 में खोला तो शराब की दुकानों के बाहर भारी भीड़ लगने लगी थी। एक महामारी के दौरान यह स्वीकार्य नहीं है।
उन्होंने कहा कि इस साल बिक्री के लिए चार घंटे की अनुमति दी है ताकि भीड़ कम हो। स्थिति सामान्य होने के बाद हम नियमित समय पर सभी शराब की दुकानें खोलेंगे।
उन्होंने कहा कि इस साल बिक्री के लिए चार घंटे की अनुमति दी है ताकि भीड़ कम हो। स्थिति सामान्य होने के बाद हम नियमित समय पर सभी शराब की दुकानें खोलेंगे।
बताया जाता है कि 2020-2021 के दौरान लक्षित उत्पाद शुल्क राजस्व 22,700 करोड़ रुपए हासिल किया गया था। इस साल लक्ष्य 24,580 करोड़ रुपए है और अधिकारियों को इसके पूरा होने की उम्मीद है।