उत्तर-पूर्व संभाग की पुलिस उपायुक्त कला कृष्णस्वामी ने कहा कि पहले यही समझा गया कि चारों सदस्यों की हत्या की गई है। लेकिन पोस्टमार्टम की रिपोर्ट मिलने के बाद वास्तविकता का पता चला। दोड्डाबोम्मासन्द्र निवासी अर्जुन की पत्नी सुधारानी (29) ने पहले पुत्री सोनिका (6) का गला घोंट कर हत्या की।
इसके बाद पिता जनार्दन (52) और मां सुमित्रा (49) के साथ अधिक मात्रा में नींद की गोलियां खाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस का कहना है कि सुुधारानी पति को बताए बगैर चिटफंड चलाती थी।
इसकी भनक मिलने पर पति ने सुधारानी को चिटफंड का धंधा बंद करने को कहा लेकिन सुधारानी ने इनकार कर दिया तो अर्जुन ने इस विषय मे दखल देना ही बंद कर दिया। सुधारानी ने आत्महत्या करने से पहले एक पत्र भी छोड़ा।
पत्र में सुधा रानी ने लिखा है कि उसने एक भूखंड या मकान खरीदने के लिए एक व्यक्ति को 25 लाख रुपए दिए थे। उस व्यक्ति की एक हादसे में मौत हो गई। इसके साथ ही उसके रुपए भी चले गए। इसलिए जीवन से दुखी होकर आत्महत्या कर रही है और उसका पति निर्दोष है।
सुधारानी ने अपने खोए हुए रुपए प्राप्त करने के लिए कई लोगों से सहायता मांगी लेकिन कोई रास्ता नहीं मिलने पर उसने आत्महत्या करने का फैसला लेकर माता-पिता से चर्चा की। अर्जुन मेडिकल शॉप चलाता है और इस मामले में वह निर्दोष है। पुलिस सुधारानी के फोन के कॉल्स की जांच कर रही है।