एसआइटी की टीम ने गुरुवार को उसके ठिकाने पर जब सर्च अभियान चलाया तो कार्रवाई में अरबों रुपए के हीरे जवाहरात और जेवरात के अलावा रीयल एस्टेेट से जुड़े संपत्तियों के ऐसे दस्तावेज भी मिले हैं, जिनसे चौंका देने वाली जानकारियों मिलीं।
sit को मिले दस्तावेजों से पता चला है कि खान के पास १८ पांच मंजिला अपार्टमेंट हैं। उसने महात्मा गांधी रोड, रिचमंड टाउन, फ्रेजर टाउन, कॉक्स टाउन, रिचड्र्स टाउन, शिवाजी नगर, बैरासंद्रा, बनशंकरी और अन्य कई जगहों पर बने इन बहुमंजिला अपार्टमेंट्स में फ्लैट किराए पर दिए हैं। इसके अलावा दावणदेरे में ३० एकड़ का एक फार्म हाउस, कोलार जिले के मालूर में ३० एकड़ जमीन सहित कई शहरों में अपार्टमेंट और वाणिज्यिक भवनों का भी पता चला है। मंसूर खान ने पड़ोसी राज्यों के कई शहरों में ठेके भी लिए।
इसके लिए उसने अनुभवी अभियंताओं की टीम बनाई है। नई प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल करने के साथ ही उसके पास कई विदेशी आधुनिक मशीनें भी हैं। बताया गया है कि ऐसी मशीनें केवल विदेशों में उपलब्ध हैं। उसने खाड़ी के देशों में भी कई परियोजनाओं पर काम किया हैं। शिवाजी नगर और जय नगर में आइएमए कंस्ट्रक्शंस एंड डवलपर्स के नाम पर भी कई भवन निर्मित किए। मंसूर की कंपनी ने बीबीएमपी और अन्य सरकारी विभागों की कितनी परियोजनाओं के ठेके हासिल किए हैं, इसकी जांच चल रही है।