आज देश में इस महापुरुष के हत्यारे को देशभक्त बताकर उस व्यक्ति का महिमामंडन करते हुए राष्ट्रपिता को अपमानित किया जा रहा है। ऐसी ताकतों से हमें सचेत रहना होगा। उन्होंने कहा कि नाथूराम गोडसे के भाई गोपाल गोडसे की ‘गांधी हत्या और मैं’ नामक किताब में हत्या का समर्थन करते हुए महात्मा गांधी पर एक समुदाय विशेष का तुष्टिकरण करने का आरोप लगाया और उन्हें एक समुदाय का विरोधी बताया गया है। लेकिन यह वास्तविकता नहीं है। कोई भी व्यक्ति देश के इतिहास के साथ खिलवाड़ नहीं कर सकता है। हिंदुत्ववादी विनायक दामोदर सावरकर ने कारागार से रिहाई के लिए ब्रिटिश प्रशासन को दिए हलफनामे में माफी मांगी थी, वहीं भगत सिंह जैसे स्वतंत्रता सेनानी ने ब्रिटिशों के सामने झुकने से इनकार कर फांसी पाई थी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को देश का इतिहास तथा महात्मा गांधी के आदर्शों की सटीक जानकारी नहीं है।
इसलिए मोदी गांधीवाद को लेकर अवास्तविक तथा नर्गल बयानबाजी करते हैं। समारोह में गांधी स्मारक भवन के अध्यक्ष वूडी कृष्णा, नाटककार प्रसन्ना हग्गोड, पूर्व महाधिवक्ता रवि वर्मा कुमार ने विचार रखे। कार्यक्रम से पहले अतिथियों ने महात्मा गांधी की प्रतिमा के निकट मौन सत्याग्रह किया।
इसलिए मोदी गांधीवाद को लेकर अवास्तविक तथा नर्गल बयानबाजी करते हैं। समारोह में गांधी स्मारक भवन के अध्यक्ष वूडी कृष्णा, नाटककार प्रसन्ना हग्गोड, पूर्व महाधिवक्ता रवि वर्मा कुमार ने विचार रखे। कार्यक्रम से पहले अतिथियों ने महात्मा गांधी की प्रतिमा के निकट मौन सत्याग्रह किया।