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भगवान महेश के संस्कारों को जी रहा माहेश्वरी समाज-बिरला

locationबैंगलोरPublished: Sep 26, 2021 10:20:57 am

Submitted by:

Yogesh Sharma

समाज ने किया लोकसभा अध्यक्ष का अभिनन्दन

भगवान महेश के संस्कारों को जी रहा माहेश्वरी समाज-बिरला

भगवान महेश के संस्कारों को जी रहा माहेश्वरी समाज-बिरला

बेंगलूरु. लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि जब अपनों के बीच आते हैं तो निश्चित रूप से बहुत प्रसन्नता होती है। इस बात की भी खुशी है कि आप अलग-अलग प्रदेशों से बेंगलूरु की प्राकृतिक आईटी की नगरी में व्यापार करने और उद्योग कर रहे हैं। कुछ सेवा के क्षेत्र में काम कर रहे हैं। लेकिन यहां आकर भी आपने समाज के संस्कारों को चार चांद लगाते हुए मानव सेवा करने का काम किया है।
बिरला शनिवार को बेंगलूरु के ओकलीपुरम स्थिम माहेश्वरी भवन में माहेश्वरी समाज की ओर से आयोजित अभिनन्दन समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि माहेश्वरी समाज जहां भी जाता है, जिस क्षेत्र में भी जाता है अपने समाज के संस्कारों को विचारों के कारण उस क्षेत्र की सामाजिक सेवा, मानव कल्याण सेवा के लिए अपने आप को समर्पित कर देता है। क्योंकि भगवान महेश के संस्कार ये थे कि लोगों के विष को पीकर लोगों का कल्याण करना। इसलिए समाज के कष्ट, परेशानियां,अभाव और कठिनाइयों को अपनी कठिनाई अभाव समझकर कैसे उनकी समस्याओं को कठिनाइयों को कम किया जा सकता है, इसके लिए भी समाज बंधु यहां लगातार सेवा कार्य कर रहे हैं। ये हमारे समाज के संस्कार हैं। इसलिए ही दुनिया व देश के किसी भी हिस्से में चले जाएं माहेश्वरी समाज के परिवार कम हो सकते हैं, संख्या कम हो सकती है, लेकिन समाज की विशिष्टता इसलिए है कि वे सम्पूर्ण समाज के लिए सेवा और पुण्य का कार्य करते हैं। इसलिए उस सेवा और पुण्य का कार्य के कारण ही आपकी सम्पूर्ण समाज में उच्च रूप से मान्यता भी है और ये माना जाता है कि माहेश्वरी समाज हर समय मानव सेवा का कार्य करता है। अलग-अलग क्षेत्रों से समाज के लोग यहां काम करने आए हैं बहुत से लोगों कि ये जन्म भूमि और कर्म भूमि है। लेकिन आपकी जन्म भूमि कुछ और हो सकती है। लेकिन कर्म भूमि पर भी आपके संस्कार सेवा के लिए सामुदायिक भवन बनाया, छात्रावास बनाया, महिला छात्रावास, बैंक बनाया, कोरोना काल में विपदा के समय राशन का वितरण किया और ऑक्सीजन कंसंट्रेटर व दवा वितरित समाज के कष्टों को दूर करने के लिए समाज ने सामाजिक कार्य किया। इन्ही संस्कारों के कारण माहेश्वरी समाज का नाम उच्च कोटि का रहा है।
बिरला ने कहा कि कोई भी आपदा हो या विपदा उस आपदा संकट में सबसे आगे माहेश्वरी समाज के लोग आगे रहते हैं। ये ही हमारे संस्कार हैं। उन्होंने कहा कि मैं चाहूंगा कि इन्ही संस्कारों को हम जीवंत रूप से जीएं और सम्पूर्ण समाज में हमारा यथोचित स्थान बना रहे जो हमारे पूर्वजों ने कायम किया है।
बिरला करीब सवा चार बजे माहेश्वरी भवन पहुंचे। यहां उनका माहेश्वरी सभा के अध्यक्ष निर्मल कुमार तापडिय़ा ने स्वागत किया। समाज की ओर से सभा के मंत्री भगवानदास लाहोटी ने मंच संचालन के साथ समाज की पृष्ठ भूमि से अवगत कराया। उन्होंने बताया कि बेंगलूरु में वर्ष १९७४ में ४० परिवारों ने कदम रखा था। अब १२ सौ परिवार बेंगलूरु में विभिन्न क्षेत्रों में कार्य कर रहे हैं। समारोह मेें माहेश्वरी युवा संघ अरविन्द लोया, माहेश्वरी महिला मंडल अध्यक्ष कांता काबरा, माहेश्वरी फाउंडेशन के चेयरमैन राजगोपाल भूतड़ा, माहेश्वरी सेवा ट्रस्ट चेयरमैन मोहनलाल माहेश्वरी, माहेश्वरी क्रेडिट कोऑपरेटिक के अध्यक्ष नन्दकिशोर मालू ने लोकसभा अध्यक्ष बिरला का अभिनन्दन किया।
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