पुलिस के मुताबिक घटना सोमवार रात श्रीरामपुर गांव में हुई। मुनियप्पा का रमेश (32) की पत्नी (Wife) के साथ संबंध था। इसे लेकर दोनों के बीच सोमवार को दिन में भी विवाद हुआ था। मुनियप्पा कारोबारी है जबकि रमेश मालवाहक टेंपो चलता था। दोनों बचपन के दोस्त थे। रमेश की पत्नी और मुनियप्पा प्रेम-प्रसंग के चलते करीब एक साल पहले गांव से भाग गए थे। रमेश कुछ समय बाद गांव लौट आया लेकिन मुनियप्पा की पत्नी नहीं लौटी। रमेश ने पत्नी को वापस लाने के लिए गांव के बुर्जुगों से मदद मांगी लेकिन इसी दौरान रमेश की पत्नी ने अदालत में तलाक की अर्जी दे दी। वह वापस नहीं लौटना चाहती थी और इसे लेकर अक्सर मुनियप्पा और रमेश के बीच तकरार होती थी।
सोमवार सुबह गांव के लोग दशहरे की तैयारियों को लेकर बैठक कर रहे थे। इसमें रमेश और मुनियप्पा भी शामिल थे। बैठक के दौरान ही रमेश ने मुनियप्पा को कुछ कह दिया जिसे लेकर दोनों के बीच विवाद हो गया।
रात करीब 10 बजे जब रमेश कुछ मित्रों से मिलने के बाद घर लौटते वक्त मुनियप्पा के घर के पास से गुजरा। मुनियप्पा और रमेश में फिर तकरार हो गई। इसी दौरान मुनियप्पा अपने घर में गया और पिता की लाइसेंसी सिंगल बैरल बंदूक (single barrel gun) ले गया और गुस्से में रमेश को काफी करीब से छाती में गोली मार दी। गोली लगने से घायल रमेश वहीं गिर पड़ा। इसके बाद मुनियप्पा ने मौके पर जुटे लोगों को बंदूक दिखाते हुए घायल रमेश को अस्पताल नहीं ले जाने की धमकी दी।
इसी दौरान ग्रामीणों में से किसी ने जिगणी पुलिस को सूचना भी दे दी। मौके पर पहुंची लेकिन तब तक रमेश दम तोड़ चुका था। पुलिस ने रमेश के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजने के साथ ही मुनियप्पा, उसके पिता वेंकटस्वामी (55), मुनियप्पा के रिश्तेदार भाई कृष्णमूर्ति (25) और रमेश की पत्नी को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस (Police) ने आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड विधान की विभिन्न धाराओं के तहत हत्या, आग्रेयास्त्र के दुरुपयोग और आपराधिक साजिश के मामले दर्ज किए हैं।