पुण्यदायनी है आखातीज
अक्षय तृतीया कई मायनों में महत्वपूर्ण है। इस दिन किसी भी कार्य की शुरुआत की जा सकती है। अक्षय तृतीया को शास्त्रों में अक्षय पुण्यदायी और धनदायी कहा गया है। शास्त्रों में बताया गया है कि इस दिन व्यक्ति जो भी शुभ काम करता है, उसका पुण्य कभी समाप्त नहीं होता है। इसे आखा तीज या बैसाख तीज भी कहते हैं जो वैशाख मास की शुक्ल पक्ष तृतीया को मनाई जाती है। यह दिन सभी मांगलिक कार्यों के लिये शुभ माना गया है। बद्रीनाथ धाम के कपाट भी इसी दिन खुलते हैं। इसके साथ ही चार धाम की यात्रा शुरू हो जाएगी। इस दिन भगवान परशुराम का जन्म हुआ था। इस दिन सोना, वाहन, जमीन जायदाद खरीदना बहुत शुभ रहता है।
अक्षय तृतीया कई मायनों में महत्वपूर्ण है। इस दिन किसी भी कार्य की शुरुआत की जा सकती है। अक्षय तृतीया को शास्त्रों में अक्षय पुण्यदायी और धनदायी कहा गया है। शास्त्रों में बताया गया है कि इस दिन व्यक्ति जो भी शुभ काम करता है, उसका पुण्य कभी समाप्त नहीं होता है। इसे आखा तीज या बैसाख तीज भी कहते हैं जो वैशाख मास की शुक्ल पक्ष तृतीया को मनाई जाती है। यह दिन सभी मांगलिक कार्यों के लिये शुभ माना गया है। बद्रीनाथ धाम के कपाट भी इसी दिन खुलते हैं। इसके साथ ही चार धाम की यात्रा शुरू हो जाएगी। इस दिन भगवान परशुराम का जन्म हुआ था। इस दिन सोना, वाहन, जमीन जायदाद खरीदना बहुत शुभ रहता है।
बजेंगी शहनाइयां
इस दिन अबूझ मुहूर्त होने से शादियां भी शुरू होंगी। आखातीज के बाद अप्रैल से जुलाई तक इस बार विभिन्न तारीखों में शादी के लिए कई श्रेष्ठ मुहूर्त आएंगे।आखातीज से फिर से शहनाइयों की गूंज सुनाइ देने लगेंगी। ज्योतिषाचार्य पं. सुरेश शास्त्री ने बताया इस बार अक्षय तृतीया खास रहेगी क्योंकि इस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग सुबह 6.08 बजे से शुरु हो जाएगा जो रात 12.28 बजे तक रहेगा। इसमें शादियां ही नहीं बाजार से खरीदी भी शुभ रहेगी। इसके अलावा सूर्य उच्च राशि मेष व चंद्रमा भी उच्च राशि वृष में रहेंगे। सूर्य, चंद्रमा का उच्च होना भी शुभता का प्रतीक है।
इस दिन अबूझ मुहूर्त होने से शादियां भी शुरू होंगी। आखातीज के बाद अप्रैल से जुलाई तक इस बार विभिन्न तारीखों में शादी के लिए कई श्रेष्ठ मुहूर्त आएंगे।आखातीज से फिर से शहनाइयों की गूंज सुनाइ देने लगेंगी। ज्योतिषाचार्य पं. सुरेश शास्त्री ने बताया इस बार अक्षय तृतीया खास रहेगी क्योंकि इस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग सुबह 6.08 बजे से शुरु हो जाएगा जो रात 12.28 बजे तक रहेगा। इसमें शादियां ही नहीं बाजार से खरीदी भी शुभ रहेगी। इसके अलावा सूर्य उच्च राशि मेष व चंद्रमा भी उच्च राशि वृष में रहेंगे। सूर्य, चंद्रमा का उच्च होना भी शुभता का प्रतीक है।