दिमाग आइस फैक्ट्री और जुबान शुगर फैक्ट्री बने
बेंगलूरु. महावीर स्वामी जैन श्वेतांबर मूर्तिपूजक संघ त्यागराज नगर में विराजित आचार्य महेंद्रसागर सूरी ने कहा कि भाए उतना खाया नहीं जाता, हाथ में हो उतना खर्चा नहीं और आए उतना बोलना नहीं। खाने से शरीर रोग का, खरचने से दरिद्रता का और बोलने से जीवन जहर बनता है। हम भले ही कोई फैक्ट्री ना खोलें पर दो फैक्ट्री के मालिक जरूर बनें। एक आइस फैक्ट्री और दूसरी शुगर फैक्ट्री। दिमाग पर आइस फैक्ट्री और जुबान पर शुगर फैक्ट्री खोलें तो जीवन संग्राम में कहीं भी और कभी भी हारने का वक्त नहीं आएगा। जीतने की परंपरा में आगे बढऩे का सपना तभी सफल हो सकेगा।
बेंगलूरु. महावीर स्वामी जैन श्वेतांबर मूर्तिपूजक संघ त्यागराज नगर में विराजित आचार्य महेंद्रसागर सूरी ने कहा कि भाए उतना खाया नहीं जाता, हाथ में हो उतना खर्चा नहीं और आए उतना बोलना नहीं। खाने से शरीर रोग का, खरचने से दरिद्रता का और बोलने से जीवन जहर बनता है। हम भले ही कोई फैक्ट्री ना खोलें पर दो फैक्ट्री के मालिक जरूर बनें। एक आइस फैक्ट्री और दूसरी शुगर फैक्ट्री। दिमाग पर आइस फैक्ट्री और जुबान पर शुगर फैक्ट्री खोलें तो जीवन संग्राम में कहीं भी और कभी भी हारने का वक्त नहीं आएगा। जीतने की परंपरा में आगे बढऩे का सपना तभी सफल हो सकेगा।