इडी के अनुसार अधिकारियों ने कमर्शियल स्ट्रीट पुलिस से सभी विस्तृत विवरण संग्रहित करने के बाद फर्जी नाम पर कारोबार,
हवाला तथा अन्य वित्तीय गतिविधियों को अंजाम देने की पता लगाया, इसके बाद संपत्तियों को को कब्जे में लिया गया है।
इस मामले की जांच कर रहे विशेष जांच दल (SIT) की जांच से पता चला है कि मंसूर खान ने 40 हजार से अधिक लोगों को धोखा दिया है। जब्त संपत्ति में 12 करोड़ रुपए की नकदी भी शामिल है।
इडी ने बेंगलूरु, दावणगेरे, कलबुर्गी, मैसूरु, केरल, नई दिल्ली समेत देश के अन्य शहरों की शाखाओं में नकदी, सोने-चांदी के आभूषण, हीरा, मोती, अपार्टमेंट, शॉपिंग मॉल, मकान, परिचितों के बैंक खाते, बैंकों में जमा राशि और मंसूर खान के नाम के 130 बैंक खाते अपने कब्जे में लिए हैं।
फरार हुए मंसूर खान के नाम
Blue corner notice जारी की गई है। इस पर आगे की कार्रवाई के लिए भी
interpol को प्रस्ताव भेजा है। आइएमए कंपनी के बैंक खातों के माध्यम से विदेशों से लेनदेन हुआ है। इडी इस मामले की भी जांच कर रहा है।
एसआइटी ने कंपनी के सात निदेशकों को गिरफ्तार कर पूछताछ की थी। इनकी सूचना पर शिवाजी नगर और जय नगर स्थित आभूषण के शोरूम से कई करोड़ के आभूषण और जवाहरात जब्त किए थे।
निदेशकों की जानकारी पर ही एसआइटी और इडी ने संयुक्त कार्रवाई कर आभूषण के शोरूम और मंसूर खान की तीसरी पत्नी के निवास पर छापा मारा था। इस दौरान 13 करोड़ रुपए के 43 किलो ग्राम सोने के आभूषण, 17 करोड़ रुपए के 5864 कैरेट के हीरे, 1.5 करोड़ कीमत के चांदी के आभूषण और 1.5 करोड़ के सैल्टर हीरे जब्त किए थे।
एक अन्य कार्रवाई में 39 लाख रुपए के 1.5 किलो के सोने के आभूषण और नकद 2.50 लाख रुपए जब्त किए। वहीं, मंसूर खान ने कथित वीडियो संदेश के माध्यम से वादा किया है कि पुलिस उसे सुरक्षा प्रदान करती है तो वह
Bangalore आने को तैयार है।