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कई समुदायों ने की अलग विकास निगम बनाने की मांग

locationबैंगलोरPublished: Nov 29, 2020 06:13:35 am

Submitted by:

Sanjay Kulkarni

मुख्यमंत्री बीएस येडियूरप्पा पसोपेश में

कई समुदायों ने की अलग विकास निगम बनाने की मांग

कई समुदायों ने की अलग विकास निगम बनाने की मांग

बेंगलूरु . हाल में मराठा समुदाय, वीरशैव लिंगायत समुदाय के लिए विकास निगमों का गठन किए जाने के बाद राज्य के कई समुदायों के मठों के प्रमुख तथा राजनेता उनके समुदाय के लिए भी ऐसे गठन की मांग कर रहे हैं। जिसके कारण मुख्यमंत्री बीएस येडियूरप्पा पसोपेश में हैं।
भाजपा नेता व पूर्व मंत्री मालिकय्या गुत्तेदार ने इडिगा समुदाय के लिए विकास निगम के गठन की मांग कर मुख्यमंत्री की परेशानियां बढ़ा दी है। शुक्रवार को मुख्यमंत्री के नाम से जारी विडियो संदेश में उन्होंने यह मांग करते हुए कहा है कि इडिगा समुदाय के अधिकतर लोग सामाजिक तथा शैक्षणिक क्षेत्र में पिछड़े होने के कारण समाज की मुख्यधारा से दूर हैं।
इस समुदाय के साथ सामाजिक न्याय करने के लिए विकास निगम का गठन किया जाना आवश्यक है। वोक्कलिगा समुदाय के लिए विकास निगम के गठन की मांग- इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी वोक्कलिगा समुदाय के लिए विकास निगम के गठन की मांग कर चुके हैं। भाजपा के कई वोक्कलिगा समुदाय के मंत्री तथा विधायकों ने भी इस मांग का समर्थन करते हुए मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा है। साथ में कर्नाटक राज्य तिगलर समुदाय ने भी विकास निगम के गठन की मांग की है।
हर समुदाय के मठों के प्रमुख तथा नेताओं के बीच समुदाय के लिए अलग निगम के गठन की मांग करने की होड़ सी लगी है।मेरा मंत्री बनना तय : नागराज सीएम को इस मांग को लेकर ज्ञापन सौंपने के पश्चात विधान परिषद सदस्य एमबीटी नागराज ने उनको मंत्री बनाए जाने को लेकर पूछे गए सवाल पर कहा कि इस सरकार के लिए हमने त्याग किया है। मुख्यमंत्री ने उनको कई बार मंत्री बनाने का आश्वासन दिया है लिहाजा अगली बार होने वाले विस्तार में उनका मंत्री बनना तय है।
कुरुबा समुदाय को अनुसूचित जनजाति में शामिल करने की मांगबेंगलूरु. कुरुबा समुदाय के कागिनेले मठ के प्रमुख स्वामी निरंजनानंद समेत इस समुदाय के कई नेताओं ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री बीएस येडियूरप्पा से मुलाकात कर समुदाय को अनुसूचित जनजाति समुदायों की सूची में शामिल करने की मांग की। इस अवसर पर गृहमंत्री बसवराज बोम्मई, आवास मंत्री वी. सोमण्णा, विधान परिषद सदस्य एएच विश्वनाथ, एमबीटी नागराज, आर शंकर तथा विधान परिषद के पूर्व सदस्य एचएम रेवण्णा भी उपस्थित थे।
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