चिकित्सक चाहते हैं कि उन्हें दोनों में से एक वैक्सीन चुनने का अधिकार (Many doctors wants the right to choose corona vaccine) दिया जाए। इसे लेकर शिवमोग्गा, बल्लारी और हासन जिले के कुछ चिकित्सकों ने जिला स्वास्थ्य अधिकारियों को पत्र लिखा है। सुरक्षा का हवाला देते हुए कोविशील्ड की मांग की है। शिवमोग्गा इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज के रेजीडेंट चिकित्सकों ने भी कोवैक्सीन की जगह कोविशील्ड की मांग की है।
बल्लारी, शिवमोग्गा, हासन, चिकमगलूरु, चामराजनगर और दावणगेरे के छह सरकारी मेडिकल कॉलेजों को कोवैक्सीन की आपूर्ति हुई है। प्रदेश के 237 केंद्रों पर कोविशील्ड का उपयोग हो रहा है। लाभान्वितों के पास टीका चुनने का विकल्प नहीं है।
शिवमोग्गा के एक चिकित्सक के अनुसार कुछ चिकित्सक ही कोवैक्सीन के पक्ष में हैं। हालांकि, प्रदेश में अब तक टीके का कोई विशेष दुष्प्रभाव सामने नहीं आया है।
शिवमोग्गा जिला अधिकारी डॉ. नागराज नाइक ने बताया कि उन्होंने प्रदेश स्वास्थ्य विभाग को मामले की जानकारी दी है। दिशा-निर्देशों का इंतजार है।
हासन इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज के एक चिकित्सक ने बताया कि कई कोरोना योद्धा खुश नहीं हैं। वे टीका चुनने का विकल्प चाहते हैं। सभी जिला स्वास्थ्य अधिकारी को लिखेंगे।
कोवैक्सीन की 40 हजार खुराक उपलब्ध है जबकि सात लाख से ज्यादा कोविशील्ड की आपूर्ति हुई थी। जानकारों के अनुसार कोविशील्ड की मांग पूरी होगी या नहीं स्पष्ट नहीं है। कोविशील्ड के लिए भी कई योद्धा आगे नहीं आए हैं।