मैसूरु जिले की वरुणा सीट से मुख्यमंत्री सिद्धरामय्या के पुत्र डा. यतींद्र ने भाजपा के टी. बसवराजु को 53,615 मतों के भारी अंतर से हरा कर जीत दर्ज की। लेकिन चामुंडेश्वरी से उनके पिता सिद्धरामय्या को हार का सामना करना पड़ा। सांसद मुनियप्पा की पुत्री रूपा शशिधर ने कोलार जिले की केजीएफ सीट से पूर्व विधायक वाई.संपंगी की पुत्री अश्विनी संपंगी को 40,827 के अंतर से हरा दिया। तुमकूरु ग्रामीण सीट से पूर्व वन मंत्री सी. चेन्नीगप्पा के पुत्र डीसी गौरीशंकर ने भाजपा के सुरेश गौड़ा को 5,640 वोटों से हराया।
दूसरी ओर अनेक नेता पुत्रों को हार का सामना भी करना पड़ा है। गोपाल गोविंद कारजोल को विजयपुर जिले की नागाथन सीट पर देवानंद चव्हाण के हाथों 6,347 मतों से हार का सामना करना पड़ा। तुमकूरु जिले के चिक्कनायकनहल्ली में संतोष जयचंद्रा तो तीसरे स्थान पर रहे। उनके पिता टीबी जयचंद्रा भी सिरा से चुनाव हार चुके हैं। बेंगलूरु की गोविंदराज नगर सीट पर आवास मंत्री एस. कृष्णप्पा के पुत्र प्रिया कृष्णा को हार का सामना करना पड़ा और भाजपा के वी. सोमण्णा ने उनको हराकर 2009 में हुए उपचुनाव में मिली हार का बदला ले लिया।
दावणगेरे उत्तर सीट से पूर्व मंत्री शामनूर शिवशंकरप्पा व सिद्धरामय्या की सरकार में बागवानी मंत्री रहे एस.एस. मल्लिकार्जुन को भी हार का सामना करना पड़ा है। उन्हें भाजपा के एसए रवींद्रनाथ ने 4 हजार से अधिक मतों के अंतर से हराकर जीत अपने नाम की। शिवमोग्गा जिले की सोरबा सीट पर पूर्व मुख्यमंत्री एस. बंगारप्पा के पुत्रों के बीच मुकाबला हुआ। इस मुकाबले में बंगारप्पा के बड़े पुत्र कुमार बंगारप्पा ने अपने ही छोटे भाई व जनता दल (ध) के उम्मीदवार मधु बंगारप्पा को 13,286 वोटों से मात दे दी।