ई-मानस मंच इनमें एक
केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण परिषद के 14वें सम्मेलन को संबोधित कर रहे मंत्री ने कहा कि मानसिक स्वास्थ्य को शारीरिक स्वास्थ्य के समान महत्व मिलना चाहिए। आधुनिक जीवनशैली लोगों को मानसिक बीमारियों का शिकार बना रही है और राज्य सरकार व स्वास्थ्य विभाग ने इससे निपटने के लिए कई कार्यक्रम विकसित किए हैं। ई-मानस मंच इनमें एक है। यह सभी मानसिक स्वास्थ्य गतिविधियों के लिए One Stop Destination होगा। डेटा गुप्त रूप से संग्रहित किया जाएगा और सुरक्षित रहेगा।
उन्होंने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया को बताया कि कर्नाटक E-Manas को वर्तमान में उपयोग में आने वाले अन्य मंचों के साथ एकीकृत करेगा, जिसमें आयुष्मान भारत-आरोग्य कर्नाटक, कर्नाटक निजी चिकित्सा प्रतिष्ठान निर्देशिका और National Informatics का ई-अस्पताल ढांचा शामिल हैं।
घर-घर परामर्श
डॉ. सुधाकर ने कहा कि राज्य सरकार मनोचैतन्य क्लीनिक भी चला रही है। इसके तहत मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ घर-घर जाकर कोविड के मरीजों या इससे उबरे लोगों को आवश्यक परामर्श देते हैं। इसके अलावा National Institute of Mental Health & Neuro Sciences के सहयोग से 27 लाख से ज्यादा Covid मरीजों ने फोन पर परामर्श लिया है। मातृ चैतन्य कार्यक्रम के तहत गर्भवती और स्तनपान कराने वाली Women को परामर्श दिया जा रहा है।
विजन दस्तावेज
मंत्री ने कहा कि समग्र और व्यापक उपचार के लिए राज्य सरकार ने 500 पेशेवरों की मदद से एक विजन दस्तावेज तैयार की है। यह हस्तक्षेप, एकीकरण, कार्यान्वयन, नवाचार और निवेश पर आधारित है।