ओवैसी की पार्टी करेगी जद (ध) का समर्थन
बेंगलूरु. आखिरकार ऑल इंडिया मजलिए-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआइ-एमआइएम) विधान सभा चुनाव में उम्मीदवार नहीं उतारने की घेाषणा कर दी। हैदराबाद में सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने सोमवार को संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि कई दौर की चर्चा के बाद हमने उम्मीदवार नहीं उतारने का फैसला किया है।
हम चुनाव में जद (ध) का समर्थन करेंगे। ओवैसी ने कहा कि धर्मनिरपेक्षों मतों का विभाजन रोकने के लिए पार्टी ने उम्मीदवार नहीं उतारने का निर्णय किया है। ओवैसी ने कहा कि हम जद (ध) के लिए प्रचार भी करेंगे और कोशिश करेंगे कि एच डी कुमारस्वामी कुमारस्वामी मुख्यमंत्री बनें। ओवैसी ने कहा कि हमारा मानना है कि देश और कर्नाटक के हित में है कि गैर भाजपा और गैर कांग्रेस सरकार बने। ओवैसी ने कहा कि इस बार उम्मीदवार नहीं उतारने के बावजूद हम पार्टी के संगठन को मजबूत करेंगे और स्थानीय चुनाव लड़ेंगे।
एमआईएम ने पहले राज्य विधानसभा चुनाव लडऩे और कम से कम ५० सीटों पर उम्मीदवार उतारने की बात कही थी। पार्टी ने जनता दल ध से भी गठबंधन करने की कोशिश की थी लेकिन बात सिरे नहीं चढ़ पाई थी।
उधर, मैसूरु में संवाददाताओं से बातचीत में कुमारस्वामी ने ओवैसी के फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि कांग्रेस और भाजपा आमलोगों के लिए काम नहीं करती है और इसी कारण इस बार जद ध को जनता चुनेगी।
तीसरा सहयोगी
इस बार जद (ध) को विधानसभा चुनाव में तीन वैसे दलों का साथ मिला है जिनका राज्य में कोई मजबूत जनाधार नहीं है। ओवैसी की पार्टी से पहले तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव की पार्टी तेलंगाना राष्ट्र समिति भी जद (ध) को समर्थन देने की घोषणा कर चुकी है जबकि उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती की पार्टी बसपा और जद (ध) में पहले ही गठजोड़ हो चुका है। बसपा २० सीटों पर चुनाव लड़ेगी।