बेंगलूरु मेट्रो रेल निगम लिमिटेड (बीएमआरसीएल) के अनुसार 18 जून 2017 से 16 जून 2018 के बीच मेट्रो में 12 करोड़ 29 लाख 49 हजार 982 लोगों ने सफर किया। इस प्रकार औसतन हर दिन 3.36 लाख यात्रियों ने मेट्रो का उपयोग किया और एक वर्ष में बीएमआरसीएल को 327.93 करोड़ रुपए का राजस्व मिला।
बीएमआरसीएल के प्रबंध निदेशक महेन्द्र जैन ने कहा कि एक वर्ष के दौरान १२ करोड़ से ज्यादा यात्रियों के सफर करने से यह स्पष्ट है कि बेंगलूरुवासियों मेट्रो सफर पसंद आ रहा है। उन्होंने कहा कि मेट्रो यात्रियों की संख्या में अनुमान के मुताबिक वृद्धि हो रही है। हालांकि बीएमआरसीएल ने शुरू में अनुमान लगाया था कि फेज-१ पर पूर्ण परिचालन के बाद दैनिक यात्री संख्या ५ लाख के करीब होगी लेकिन मेट्रो अब तक इस लक्ष्य तक नहीं पहुंचा है।
6 कोच की पहली मेट्रो का परिचालन २२ से मेट्रो फेज-१ पर पूर्ण परिचालन की सालगिरह पर बीएमआरसीएल ने मेट्रो यात्रियों को नई खुशखबरी दी है। दीर्घ प्रतीक्षित छह कोच वाली पहली मेट्रो का 22 जून से परिचालन शुरू होगा। नम्मा मेट्रो की पर्पल लाइन (बैयप्पनहल्ली से मैसूरु रोड) पर पहली छह कोच वाली मेट्रो चलाई जाएगी। मेट्रो में निरंतर बढ़ती यात्रियों की संख्या को देखते हुए बीएमआरसीएल ने सभी तीन कोचों वाली मेट्रो को छह कोच में परिवर्तित करना का निर्णय लिया है। हालांकि पूरे खंड के लिए कोचों को तीन से छह करने का काम जून-2019 तक पूरा होगा।
बीएमआरसीएल के कार्यकारी निदेशक (संचालन एवं रखरखाव) एएस शंकर ने कहा कि कोचों की संख्या तीन से छह बढऩे के बाद एक बार में १९५० यात्री सफर कर सकेंगे जबकि इस समय सिर्फ ९७५ यात्री सफर कर सकते हैं। फिलहाल छह कोच ाली ट्रेन को सुबह के समय ८ बजे से १०.३० बजे के बीच तीन बार चलाने की योजना है जबकि शाम के समय ५.३० बजे से ८ बजे के बीच ट्रेन दो फेरे लगाएगी।
पहला कोच महिलाओं के लिए आरक्षित मेट्रो ट्रेन में छह कोच लगने के बाद टे्रन का पहला कोच महिलाओं के लिए आरक्षित होगा। लंबे समय से महिलाओं के लिए एक कोच आरक्षित करने की मांग की जाती रही है। महिला यात्रियों की सुविधा के लिए हाल ही में मेट्रो ट्रेनों के पहले कोच के पहले दो दरवाजों को सिर्फ महिला यात्रियों के उपयोग के लिए आरक्षित किया गया था।