उन्होंने कहा कि बेंगलूरु शहर में हुए दंगों में दोनों संगठनों का हाथ होने के संकेत मिल रहे हैं। इन संगठनों पर प्रतिबंध लगाने की मांग भी बढ़ रही है। इस पर मंत्रिमंडल की बैठक में फैसला किया जाएगा।उन्होंने कहा कि बेंगलूरु शहर में विधायक के आवास तथा थाने में पेट्रोल बम फेंक कर आग लगाने वाले लोगों को मासूम कैसे कहा जा सकता है। ऐसा बयान देनेवाले कांग्रेस के विधायक जमीर अहमद खान की मंशा संदिग्ध है। कांग्रेस को स्पष्टीकरण देना चाहिए।
केपीसीसी के अध्यक्ष डीके शिवकुमार तथा नेता प्रतिपक्ष सिद्धरामय्या बताएं कि हादसे के तीन दिन बाद भी विधायक अखंड श्रीनिवास मूर्ति को शिकायत करने से कौन रोक रहा है। जनता दल-एस ने शुरू किया राज्यव्यापी प्रदर्शन
हासन. जनता दल-एस ने राज्य सरकार से कर्नाटक भूमि सुधार, कृषि उपज बाजार समिति (एपीएमसी) तथा श्रम कानूनों में किए गए संशोधन वापस लेने की मांग को लेकर यहां शुक्रवार को राज्यव्यापी प्रदर्शन शुरू कर दिया। पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा प्रदर्शन का नेतृत्व करते हुए हासन में धरना दिया।
उन्होंने कहा कि राज्य के सभी जिला तथा तहसील मुख्यालयों में ऐसे क्रमिक प्रदर्शनों का आयोजन किया जाएगा। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष एचके कुमारस्वामी, पूर्व मंत्री एचडी रेवण्णा तथा जिले के विधायकों ने जिलाधिकारी कार्यालय परिसर में धरना देकर विरोध प्रदर्शन किया। बाद में मुख्यमंत्री बीएस येडियूरप्पा के नाम से जिलाधिकारी को सौंपे ज्ञापन में यह तीनों संशोधित कानून वापस लेने की मांग की गई है।