आगामी सत्र के एजेंडा साझा करते हुए कागेरी ने कहा कि मंत्रियों को सत्र के दौरान अनुपस्थिति की अनुमति के लिए आवेदन नहीं देना चाहिए। अपने निर्वाचन क्षेत्र के कार्यक्रमों में भाग लेने का बहाना बनाकर मंत्रियों को सत्र से दूर रहना ठीक नहीं है। मंत्री केवल स्वास्थ्य आधार पर सत्र के दौरान अनुपस्थित रह सकते हैं। विधायकों के सत्र में सक्रिय भागीदारी को प्रोत्साहित करने के लिए एक सर्वश्रेष्ठ विधायक पुरस्कार का गठन किया गया है।
उन्होंने कहा कि अधिकारियों को भी सत्र के दौरान छुट्टी मांगे बिना अपने कर्तव्यों का निर्वहन करना चाहिए। नागरिकों को सदन की कार्यवाही देखने की अनुमति होगी। कोविड-19 का प्रसार रोकने के लिए बरती जा रही सावधानियों को ध्यान में रखते हुए उन्होंने स्कूलों से अपील की है कि बच्चों को सदन की कार्यवाही दिखाने के लिए नहीं लाएं। इससे पहले के सत्र में कोविड-19 को देखते हुए आम आदमी को गैलरी से सदन की कार्यवाही देखने की अनुमति नहीं दी गई थी।
उन्होंने कहा कि अधिकारियों को भी सत्र के दौरान छुट्टी मांगे बिना अपने कर्तव्यों का निर्वहन करना चाहिए। नागरिकों को सदन की कार्यवाही देखने की अनुमति होगी। कोविड-19 का प्रसार रोकने के लिए बरती जा रही सावधानियों को ध्यान में रखते हुए उन्होंने स्कूलों से अपील की है कि बच्चों को सदन की कार्यवाही दिखाने के लिए नहीं लाएं। इससे पहले के सत्र में कोविड-19 को देखते हुए आम आदमी को गैलरी से सदन की कार्यवाही देखने की अनुमति नहीं दी गई थी।
संयुक्त अधिवेशन को ओम बिरला करेंगे संबोधित
उन्होंने कहा कि सत्र के दौरान कोरोना प्रोटोकॉल का पालन किया जाएगा। सरकार इस दौरान घोषित अध्यादेशों से सहित कुल 18 विधेयक चर्चा के लिए लाएगी। सत्र के आखिरी दिन 24 सितंबर को दोनों सदनों की संयुक्त बैठक बुलाई जाएगी ताकि कार्यवाही में व्यवधान रोकने के तरीकों पर चर्चा की जा सके। उन्होंने कहा कि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को आचरण और अनुशासन पर बोलने के लिए आमंत्रित किया जाएगा। सदन की कार्यवाही का शांतिपूर्ण संचालन सुनिश्चित करने के लिए नियमों का मसौदा तैयार किया जाएगा। इसके लिए एक समिति का गठन किया गया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई और विपक्ष के नेता सिद्धरामय्या इस समिति के सदस्य हैं।
उन्होंने कहा कि सत्र के दौरान कोरोना प्रोटोकॉल का पालन किया जाएगा। सरकार इस दौरान घोषित अध्यादेशों से सहित कुल 18 विधेयक चर्चा के लिए लाएगी। सत्र के आखिरी दिन 24 सितंबर को दोनों सदनों की संयुक्त बैठक बुलाई जाएगी ताकि कार्यवाही में व्यवधान रोकने के तरीकों पर चर्चा की जा सके। उन्होंने कहा कि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को आचरण और अनुशासन पर बोलने के लिए आमंत्रित किया जाएगा। सदन की कार्यवाही का शांतिपूर्ण संचालन सुनिश्चित करने के लिए नियमों का मसौदा तैयार किया जाएगा। इसके लिए एक समिति का गठन किया गया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई और विपक्ष के नेता सिद्धरामय्या इस समिति के सदस्य हैं।