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भाजपा को सत्ता दिलाने वालों को ही बनाएंगे मंत्री : ईश्वरप्पा

locationबैंगलोरPublished: Dec 13, 2019 08:04:24 pm

Submitted by:

Surendra Rajpurohit

ईश्वरप्पा ने गुरुवार को यहां संवाददाताओं से कहा कि फिलहाल उन्हीं को मंत्री बनाया जाएगा जिन्होंने राज्य में भाजपा सरकार बनाने के लिए बड़ा त्याग किया और अब चुनाव जीते हैं। संगठन के लिए काम करने वालों को फिलहाल इंतजार करना होगा।

भाजपा को सत्ता दिलाने वालों को ही बनाएंगे मंत्री : ईश्वरप्पा

भाजपा को सत्ता दिलाने वालों को ही बनाएंगे मंत्री : ईश्वरप्पा

बेंगलूरु. ग्रामीण विकास व पंचायत राज मंत्री केएस ईश्वरप्पा ने राज्य में भाजपा की सरकार को सत्ता में लाने के लिए त्याग करने वाले विधायकों को ही मंत्री बनाए जाने की बात कहकर भाजपा मूल के विधायकों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया है।

ईश्वरप्पा ने गुरुवार को यहां संवाददाताओं से कहा कि फिलहाल उन्हीं को मंत्री बनाया जाएगा जिन्होंने राज्य में भाजपा सरकार बनाने के लिए बड़ा त्याग किया और अब चुनाव जीते हैं। संगठन के लिए काम करने वालों को फिलहाल इंतजार करना होगा।

उन्होंने कहा कि जीतने वाले अयोग्य विधायकों के साथ ही निर्दलीय पूर्व विधायक आर शंकर को मंत्री बनाया जाएगा और मुख्यमंत्री येडियूरप्पा अपने मंत्रिमंडल में मुनिरत्ना व प्रताप गौड़ा पाटिल के लिए भी दो मंत्री पद आरक्षित रखेंगे। सरकार को सत्ता में लाने के लिए यदि उन्होंने त्याग नहीं किया होता तो यह सरकार सत्ता में ही नहीं आती।
इसलिए सरकार को सत्ता में लाने के कारण रहे नेताओं को मंत्री पद मिलने तय हैं। ईश्वरप्पा ने कहा कि उपचुनावों में हम एकजुटता के कारण जीते हैं और हमें कांग्रेस व जद-एस में व्याप्त फूट का लाभ मिला है। साथ ही उन्होंने भरोसा जताया कि आने वाले दिनों में भाजपा में कोई मतभेद नहीं उभरेगा।
एक हजार करोड़ का अतिरिक्त अनुदान मिला
उन्होंने कहा कि प्रदेश के बाढ़ प्रभावित इलाकों में रोजगार के अवसर सृजित करने व बुनियादी ढांचे के विकास के लिए राज्य को महानरेगा के तहत एक हजार करोड़ रुपए का अतिरिक्त अनुदान मिला है। इस अतिरिक्त अनुदान का इस्तेमाल प्रदेश के बाढ़ प्रभावित 104 तालुकों में ही करना होगा।
राज्य के कई बाढ़ प्रभावित इलाकों में शुद्ध पेयजल की इकाइयां लगभग निष्क्रिय हो चुकी हैं। लिहाजा इस संबंध में जांच के आदेश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि शुद्ध पेयजल इकाइयां स्थापित करने के लिए केवल दो तीन कंपनियों को चुनने के कारण यह समस्या पैदा हुई है। आने वाले दिनों में संबंधित पंचायत स्तर पर ही निविदाएं मंगवाकर इकाइयां लगाई जाएगी।
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