चेयरपर्सन सुनीता गांधी ने सभी का स्वागत किया। महामंत्री मोनिका पिरगल बिनायकिया ने ईश्वर द्वारा मां की संरचना कैसे हुई बताया। वाइस चेयरपर्सन प्रभा गुलेच्छा ने मार्मिक कविता से मां को परिभाषित किया। संयोजिका तरुणा मेहता ने प्रमुख वक्ता का परिचय दिया। प्रमुख वक्ता दीप्ती श्रीनिवासन जो एक काउंसलर एवं साइकोलॉजिस्ट हैं, उन्होंने मां और बच्चों से बात करते हुए अपने व्यक्तव्य में कहा कि बच्चों की भावनाओं को समझें, एक दूसरे की तारीफ करें, उनकी मनाही को भी स्वीकार करें। बच्चे अपनी पहचान बनाने वाली उम्र में होते हैं। इसलिए ज्यादा रोक टोक उन्हें नहीं सुहाता। बच्चों को भी समझाया कि मां बाप की मनाही का कारण जानें।सह संयोजिका सपना चोपड़ा ने रिचा मैजिक का परिचय दिया।
रिचा मैजिक ने नाटिक के माध्यम से मां-बाप व बच्चों के आपसी संबंध को दर्शाया। बच्चों के खेल में हर्ष नाहर प्रथम, गुण सालेचा द्वितीय व भुवि भंसाली तृतीय स्थान पर रहीं। माताओं में बिंदु मेहता प्रथम, वर्षा एच जैन द्वितीय व शिखा जैन तीसरे स्थान पर रहीं। मां बच्चे के समजस्य वाले खेल में टीना – प्रिशा और मीनू-लावी विजयी हुए। सभी माताओं को बिनोविया की ओर से उपहार दिए गए।कार्यक्रम में 200 सदस्यों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। इस अवसर पर एपेक्स की हेल्थ एंड न्यूट्रीशन की कन्वीनर निशा सामर, कार्यकारिणी सदस्य प्रिया गांधी, निधि पालरेचा, निशा जियानी, संगीता पारेख, रेखा जैन,प्रतिमा जैन, साक्षी जैन, बिंदु मेहता, ललिता नागोरी उपस्थित थीं। संयोजिका तरुणा मेहता ने आभार जताया।