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इंटर्नशिप के बाद करीब 7000 एमबीबीएस चिकित्सकों को ग्रामीण पोस्टिंग का इंतजार

locationबैंगलोरPublished: Apr 12, 2021 09:33:20 am

Submitted by:

Nikhil Kumar

– स्वास्थ्य व चिकित्सा शिक्षा विभाग आमने-सामने

कर्नाटक : कोविड से 65 चिकित्सकों ने गंवाई जान

उदयपुर के सितारे..

बेंगलूरु. कोरोना महामारी (corona pandemic) के बीच चिकित्सकों व अन्य स्वास्थ्यकर्मियों की मांग सबसे ज्यादा बढ़ी है। चिकित्सकों के अनुसार सामान्य मरीजों की तुलना में कोविड मरीजों को ज्यादा देखभाल की जरूरत पड़ती है। इस बीच कर्नाटक में उल्टी गंगा बह रही हैं। दो महीने पहले इंटर्नशिप (internship) समाप्त कर चुके करीब सात हजार एमबीबीएस चिकित्सक (more than 7000 MBBS doctors await rural posting in Karnataka) अनिवार्य ग्रामीण सेवा के लिए पोस्टिंग का इंतजार कर रहे हैं।

एक चिकित्सक ने बताया कि नियमानुसार इंटर्नशिप के बाद चिकित्सा शिक्षा निदेशालय (डीएमइ) अनापत्ति प्रमाण पत्र जारी करता है। इसके आधार पर कर्नाटक चिकित्सा संघ में पंजीयन होता है। एनओसी मिलते ही संबंधित कॉलेज विद्यार्थियों के मूल प्रमाणपत्र आदि सौंपते हैं। इन सब से पहले ग्रामीण सेवा अनिवार्य है। चिकित्सक दो माह से भी ज्यादा समय से पोस्टिंग के इंतजार में हैं।

चिकित्सा शिक्षा विभाग के निदेशक डॉ. पी. जी. गिरीश के अनुसार निजी मेडिकल कॉलेजों और डीम्ड विश्वविद्यालय से निजी कोटे पर एमबीबीएस करने वाले चिकित्सकों के लिए भी ग्रामीण सेवा अनिवार्य है या नहीं इस पर स्पष्टता नहीं है। सरकारी और निजी कॉलेजों से एमबीबीएस की पढ़ाई पूरी करने वाले विद्यार्थियों की सूची मांगी गई है। जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग काउंसलिंग के माध्यम से संबंधितों को नियुक्ति पत्र जारी करेगा। इसमें डीएमइ की कोई भूमिका नहीं है।

डॉ. गिरीश ने बताया कि अदालत ने जुलाई 2015 से पहले दाखिला लेने वाले सभी कोटे के छात्रों को अनिवार्य ग्रामीण सेवा से छूट दी है। पोस्टिंग संबंधित जो भी खत विद्यार्थी भेजते हैं उसे स्वास्थ्य विभाग को भेज दिया जाता है।

पोस्टिंग का इंतजार कर रहे डॉ. अब्दुल खादर ने बताया कि एनओसी के लिए जब वे डीएमइ कार्यालय गए, तो कहा गया कि एनओसी के लिए ग्रामीण सेवा अनिवार्य है। चिकित्सक ग्रामीण सेवा के लिए तैयार हैं लेकिन सरकार देर कर रही है।

जानकारी के अनुसार स्वास्थ्य विभाग ने सरकारी और निजी कॉलेजों से एमबीबीएस की पढ़ाई पूरी करने वाले विद्यार्थियों की सूची मांगी गई है। जिसके बाद विभाग काउंसलिंग के माध्यम से संबंधितों को नियुक्ति पत्र जारी करेगा।

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