13 जिलों को प्रतिनिधित्व नहीं
मंत्रिमंडल विस्तार में राज्य के 13 जिलों- कोलार, कोडुगू, उडुपी, बेंगलूरु ग्रामीण, चिकमगलूरु, शिवमोग्गा, बल्लारी, दावणगेरे, चित्रदुर्गा, धारवाड़, बागलकोट, गदग, कोप्पल, यादगिर को प्रतिनिधित्व नहीं मिला। बेंगलूरु शहर से चार मंत्री
27 सदस्यीय मंत्रिमंडल में सबसे ज्यादा 4 मंत्री बेंगलूरु शहरी जिले से हैं, जबकि 8 जिलों से रामनगर, मण्ड्या, मैसूरु, विजयपुर, बीदर, तुमकूरु और हासन, चामराजनगर से 2-2 और 7 जिलों से 1-1 मंत्री बनाए गए हैं।
मंत्रिमंडल विस्तार में राज्य के 13 जिलों- कोलार, कोडुगू, उडुपी, बेंगलूरु ग्रामीण, चिकमगलूरु, शिवमोग्गा, बल्लारी, दावणगेरे, चित्रदुर्गा, धारवाड़, बागलकोट, गदग, कोप्पल, यादगिर को प्रतिनिधित्व नहीं मिला। बेंगलूरु शहर से चार मंत्री
27 सदस्यीय मंत्रिमंडल में सबसे ज्यादा 4 मंत्री बेंगलूरु शहरी जिले से हैं, जबकि 8 जिलों से रामनगर, मण्ड्या, मैसूरु, विजयपुर, बीदर, तुमकूरु और हासन, चामराजनगर से 2-2 और 7 जिलों से 1-1 मंत्री बनाए गए हैं।
12 नए चेहरे 25 मंत्रियों में से 12 पहली बार मंत्री बने हैं। जद-एस के एच.डी. रेवण्णा, बंडप्पा काशमपुर, जी.टी. देवेगौड़ा, डी.सी. तमण्णा और कांग्रेस के आर.वी. देशपांडे, डी.के.शिवकुमार, के.जे. जार्ज, कृष्णा बेरेगौड़ा, प्रियांक खरगे, यू.टी. खादर, जमीर अहमद खान, वेंकट रमणप्पा पहले भी मंत्री रह चुके हैं। इस बार विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर चार महिलाएं- प्रदेश महिला कांग्रेस अध्यक्ष लक्ष्मी हेब्बालकर, रूपा शशिधर, अंजली निम्बालकर और के. फामिता जीती थीं लेकिन पार्टी ने इनमें से किसी को मंत्री नहीं बनाया। पुराने जमाने की अभिनेत्री जयमाला को पार्टी ने मंत्री बनाया है। पिछली सिद्धरामय्या सरकार में सिर्फ एक महिला मंत्री ही थीं।