बेंगलूरु. अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद का 53वां राष्ट्रीय अधिवेशन आचार्य महाश्रमण प्रवर के आशीर्वचन एवं नए नेतृत्व के शपथ ग्रहण के साथ संपन्न हुआ। तीन दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन में स्वामीनारायण गुरुकुल से ज्ञानवत्सल स्वामी का सकारात्मक चिंतन की शक्ति पर विशेष सत्र हुआ। इसके अतिरिक्त प्रशिक्षिका हिमानी चावड़ा द्वारा प्रशिक्षण सत्र में “सुखमय जीवन के रहस्य” विषय पर कार्यशाला हुई। दूसरे दिन साध्वी प्रमुखा कनकप्रभा, मुनि दिनेशकुमार, योगेशकुमार, नयकुमार, ध्रुवकुमार का विशेष प्रशिक्षण प्राप्त हुआ। रविवार रात आयोजित साधारण सदन में मुंबई के संदीप कोठारी का राष्ट्रीय अध्यक्ष मनोनीत किया गया। चुनाव अधिकारी पदमचंद पटावरी ने संदीप कोठारी के नाम की घोषणा की। सोमवार सुबह प्रवचन में मंचीय कार्यक्रम के दौरान निवर्तमान अध्यक्ष विमल कटारिया ने 2 वर्ष के कार्यकाल की गति प्रगति आचार्य प्रवर के समक्ष प्रस्तुत की एवं नए अध्यक्ष संदीप कोठारी को शपथ दिलाई। संदीप कोठारी ने अपने 2 वर्षीय कार्यकाल के दौरान होने वाले कार्यों की घोषणा करते हुए अपनी टीम की घोषणा की। इसमें उपाध्यक्ष के रूप में अमित नाहटा, महेश बाफना, महामंत्री मनीष दफ्तरी सहमंत्री अनंत बागरेचा, अभिषेक पोखरना, संगठन मंत्री जयेश बाफना, कोषाध्यक्ष दिनेश पोखरना को शामिल किया गया है। आचार्य महाश्रमण ने नवमनोनीत एवं निवर्तमान अध्यक्ष को मंगल पाठ श्रवण कराने के बाद कहा कि तेरापंथ युवक परिषद तेरापंथ धर्मसंघ की सेना के समान है। इसके सदस्य सैनिकों जैसे हैं जो हर परिस्थिति में कार्य करने के लिए सदैव तत्पर रहते हैं। इस कार्यक्रम में गत कार्यकाल में शाखा परिषदों द्वारा किए गए कार्यों का मूल्यांकन करते हुए देश भर की “श्रेष्ठ परिषद” के रूप में तेरापंथ युवक परिषद विजयनगर एवं चेन्नई को आचार्य प्रवर के सान्निध्य में पुरस्कृत किया गया। राष्ट्रीय अधिवेशन में देश भर से 165 परिषदों से 1200 से अधिक सदस्य संभागी बने। कार्यक्रम का संचालन संयोजक पवन मांडोत ने किया।