कोविड केसेस की समीक्षा के लिए मैसूरु के दौरे पर पहुंचे मंत्री ने कहा कि केरल की गलती से सबक लेते हुए कर्नाटक सरकार हर संभव सावधानी बरतेगी। उन्होंने मैसूरु में संक्रमितों के बढ़ते मामलों पर चिंता व्यक्त की। बेंगलूरु ग्रामीण जिले के बाद मैसूरु जिले में मरीजों की सं या सर्वाधिक है।
ऑक्सीजन सप्लाई वाले बिस्तरों की कमी
डॉ. सुधाकर ने कहा कि शुरुआत में मैसूरु जिला प्रदेश के अन्य जिलों के लिए एक मॉडल के रूप में उभरा था। मरीजों की संख्या ज्यादा होने के बावजूद लंबे समय तक कोविड से किसी मरीज की मौत नहीं हुई थी। उन्होंने कहा कि अस्पतालों में वेंटिलेटर वाले नहीं बल्कि ऑक्सीजन की सप्लाई वाले बिस्तरों की कमी है। बिस्तरों की संख्या 33 हजार तक करने का लक्ष्य है। इस संबंध में जरूरी दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं।
वरिष्ठ नागरिकों के लिए कोविड जांच अनिवार्य
डॉ. सुधाकर ने स्वास्थ्य विभाग को मैसूरु जिले के सभी वरिष्ठ नागरिकों के लिए कोविड जांच अनिवार्य करने के निर्देश दिए। मास्क नियमों की अनदेखी करने वालों पर अब एक हजार रुपए का जुर्माना लगाने के निर्णय को सही करार देते हुए उन्होंने कहा कि नियमों के उल्लंघन से कोरोना वायरस संक्रमण फैल रहा है।
प्रदेश स्वास्थ्य मंत्री बी. श्रीरामुलु और मैसूरु जिला प्रभारी मंत्री एस. टी. सोमशेखर ने कहा कि मैसूरु दशहरा महोत्सव के सुरक्षित आयोजन को लेकर मुख्यमंत्री से चर्चा होनी है। जिलाधिकारी रोहिणी सिंधुरी ने कोविड पर नियंत्रण के लिए दो सप्ताह का समय मांगा है। दशहरा महोत्सव के आयोजन को लेकर विशेष रणनीति बनानी होगी। बूथ स्तरीय टास्क फोर्स समिति के साथ आम जन की सहभागिता जरूरी है। जिले में मामले बढऩे के कारणों को समझना होगा। बाजार और घनी आबादी वाले क्षेत्रों में टेस्टिंग बढ़ानी होगी।